लखनऊ (ब्यूरो)। हजरतगंज में कॉमर्स हाउस बिल्डिंग की आठवीं मंजिल से छलांग लगाकर 17 वर्षीय छात्र आदित्य ने शनिवार को आत्महत्या कर ली थी। इस मामले में आदित्य के पिता विनय दुबे ने अज्ञात पर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि उनका बेटा पढ़ाई में अच्छा होने के साथ ही जिंदादिल था। वह आत्महत्या नहीं कर सकता है। साजिश के तहत उसे आत्महत्या के लिए उकसाया गया था। पिता के आरोपों पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।

पिता ने दर्ज कराया केस

जानकीपुरम सहारा स्टेट गेट नंबर दो निवासी लीगल एडवाइजर विनय गुप्ता ने अपने इकलौते बेटे की मौत का सच सामने लाने के लिए केस दर्ज कराया है। उनके आरोप पर हजरतगंज पुलिस ने संडे को अज्ञात के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने की धारा में केस दर्ज किया।

मोबाइल जांच के लिए भेजा

एसीपी के अनुसार सर्विलांस समेत तीन टीमों को लगाया गया है। मोबाइल को फोरेंसिक लैब भेजा गया है। वाट्सएप और मैसेज डेटा का परीक्षण किया जा रहा है। उसने किसको वाइस मैसेज भेजे थे, क्या मैसेज दो दिन से भेज रहा था, ऐसी क्या स्थिति आ गई कि उसे आत्महत्या करनी पड़ी, सभी बिंदुओं पर जांच हो रही है। जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। संडे को आदित्य का अंतिम संस्कार कर दिया गया।

टीचर्स और स्टूडेंट्स से होगी पूछताछ

पुलिस इस मामले में कोचिंग के टीचर्स और स्टूडेंट्स से भी पूछताछ की तैयारी कर रही है। पूछताछ के दौरान आदित्य के स्वभाव के बारे में भी जानकारी ली जाएगी। बातचीत के दौरान यह भी पता लगाने की कोशिश की जाएगी कि कहीं कोचिंग के टीचर्स और मैनेजमेंट कुछ छिपा तो नहीं रहे हैं। इन सवालों का जवाब भी तलाशा जाएगा कि यह घटना कोचिंग सेंटर से 50 मीटर की दूरी पर हुई, फिर भी टीचर्स को इसका पता क्यों नहीं चला। आदित्य कुछ दिनों से कोचिंग देर से आ रहा था लेकिन उसके पेरेंट्स को इसकी जानकारी क्यों नहीं दी गई।