लखनऊ (ब्यूरो)। रियल एस्टेट कंपनी जीके इंटरप्राइजेज ने प्लॉट दिलाने का झांसा देकर प्रयागराज के दिवाकर चतुर्वेदी के 15 लाख रुपये हड़प लिए। कंपनी मालिक दंपति ने दूसरे की जमीन का फर्जी अनुबंध दिखाकर फंसाया और रुपये ठग लिए। बैनामे में टालमटोल देख पीड़ित ने पड़ताल की तो दंपति की करतूत सामने आई। डीसीपी साउथ केशव कुमार के निर्देश पर कृष्णानगर पुलिस ने दंपति के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है।
दामाद की सलाह पर इंवेस्ट
प्रयागराज के झूंसी में दिवाकर चतुर्वेदी परिवार के साथ रहते हैं। वे लखनऊ में एक प्लॉट खरीदने के इच्छुक थे। वर्ष 2022 में दामाद मनीष त्रिपाठी निवासी राजाजीपुरम ने उन्हें बताया कि परिचित आसिफ खान और पत्नी गजाला खान जीके इंटरप्राइजेज के नाम से एक रियल एस्टेट कंपनी चलाते हैं। कंपनी जी सिटी के नाम से सरोसा भरोसा में प्लॉटिंग कर रही है। दामाद की राय पर लखनऊ आकर दिवाकर ने उनसे संपर्क किया। इसपर आसिफ ने उन्हें प्लॉट की मूल मालकिन मंजू तिवारी से भूमि का अनुबंध पत्र दिखाया।
15 लाख रुपए दिए
आरोपियों की बातों में आकर दिवाकर ने 1500 वर्गफीट का प्लॉट खरीदने के लिए हामी भरी। पीड़ित ने दिसंबर 2022 में 10 लाख नकद और 5 लाख का चेक दिया। कुछ समय बाद पीड़ित ने बैनामे के लिए बात की तो आनाकानी की गई। पीड़ित ने दामाद के माध्यम से अपने 15 लाख रुपये वापस मांगे तो टालमटोल की गई। शक होने पर पीड़ित ने पड़ताल की तो पता चला कि जमीन मालकिन से आरोपियों के बीच जमीन का कोई भी अनुबंध नहीं हुआ है।
पुलिस ने केस दर्ज किया
15 लाख की ठगी का एहसास होने पर पीड़ित ने डीसीपी साउथ से मुलाकात कर शिकायत की। शुरुआती जांच में आरोप सही मिलने पर कृष्णानगर पुलिस ने आसिफ और गजाला खान के खिलाफ धोखाधड़ी व अमानत में खयानत की रिपोर्ट दर्ज कर ली है। इंस्पेक्टर पीके सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।