लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी के गोमती नगर इलाके से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया, जहां 11वीं का एक छात्र अपनी 6 साल की बहन को किडनैपिंग से बचाने के लिए 'चोर' बन गया। उसने अपने ही घर में 6 लाख रुपये कैश और मां की ज्वैलरी चोरी कर ली। दरअसल, छात्र को उसी की क्लास में पढ़ने वाला एक स्टूडेंट उसकी छोटी बहन को अगवा करने की धमकी देकर पैसे वसूल रहा था। इसका खुलासा तब हुआ जब स्टूडेंट की मां को घर से कई गोल्ड की ज्वैलरी गायब मिलीं। पीड़ित छात्र की मां की तहरीर पर गोमती नगर थाने में मुकदमा दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू कर दी है।

पहले दोस्ती का हवाला देकर मांगे 20 हजार

गोमती नगर विस्तार में रहने वाली महिला ने बताया कि उसका बेटा 11वीं और बेटी यूकेजी में एक ही स्कूल में पढ़ते हैं। बेटे के साथ पढ़ने वाले साथी स्टूडेंट ने दोस्ती का हवाला देते हुए उससे कुछ दिनों के लिए 20 हजार रुपये मांगे थे। जिस पर उनके बेटे ने कहा कि उसके पास पैसे तो नहीं है लेकिन मां की अलमारी से निकाल कर दे देगा। अगले दिन उनके बेटे ने 16000 रुपये उसे दे दिए, लेकिन एक दिन जब इसकी जानकारी घर में हुई तो बेटे के दोस्त ने 14000 रुपये वापस कर दिए। महिला के मुताबिक, उसे लगा की यह बात अब यहीं खत्म हो गई है।

धमकी देकर करने लगा पैसों की डिमांड

स्टूडेंट की मां ने आगे बताया कि कुछ दिन बाद बेटे से उसके दोस्त ने फिर से पैसों कि डिमांड की, लेकिन उनके बेटे ने पैसे देने से इंकार कर दिया। जिस पर उसके 16 वर्ष के दोस्त ने उसे धमकी दी कि छुट्टी होने के बाद वह उसकी 6 साल की बहन और उसे अगवा करवा देगा। उसने कहा कि अगर अपनी बहन और खुद की जान बचाना चाहते हो तो ढाई लाख रुपये लाकर दो। जिसके बाद उनके बेटे ने घर पर रखे ढाई लाख रुपये अपने दोस्त को दे दिए। पैसे वसूलने का यह सिलसिला जारी रहा और धीरे-धीरे उस दोस्त ने 6 लाख रुपये कैश और मां की ज्वैलरी भी हासिल कर ली। जब घर से पैसे और ज्वैलरी गायब होने कि जानकारी उन्हें मिली तो बेटे से पूछताछ पर पूरी हकीकत पता चली।

मकान बनवाने के लिए रखा था कैश

पीड़ित ने बताया कि दोनों बच्चे के पिता की पहले ही मौत हो चुकी है। जैसे-तैसे वह परिवार को पाल रही है। उसने मकान बनवाने के लिए घर में कैश रखा था। घर में रखे 6 लाख रुपये और ज्वैलरी गायब होने पूरे मामले का खुलासा हुआ तो वह बेटे के साथी से मिलने स्कूल पहुंची। स्टूडेंट की मां ने उसके साथी छात्र से मुलाकात करने की कोशिश की, लेकिन कुछ भी पता नहीं चला। पीड़िता ने गोमती नगर थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। गोमती नगर इंस्पेक्टर ने बताया कि जिस छात्र पर आरोप लगा है वह नाबालिग है। पूरे प्रकरण की जांच की जा रही है। जो भी तथ्य सामने आएंगे उनपर विधिक कार्रवाई की जाएगी।

बच्चों कि सोच में हो रहा बदलाव

मनोचिकित्सक डॉ। देवाशीष शुक्ला ने बताया कि अपराध करने की कोई उम्र नहीं होती, खासकर इस आधुनिक दौर में जब सोशल मीडिया और टीवी पर कई तरह की क्राइम मूवीज और वेब सीरीज आती हैं। ऐसे वीडियोज देखकर छोटी सी उम्र में ही मन में आपराधिक सोच पैदा हो रही है। अगर पैरेंट्स को बच्चों की हरकतों में ऐसा कोई बदलाव दिखता है तो उन्हें अलर्ट हो जाना चाहिए वरना यह आगे चलकर घातक साबित हो सकता है। इसके अलावा, अपने बच्चों से बात जरूर करें ताकि वे स्कूल या लाइफ में चल रही हर बात आपसे शेयर करें।