लखनऊ (ब्यूरो)। चारबाग जीआरपी ने एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जो ट्रेनों से मोबाइल चोरी कर उन्हें झारखंड के जामताड़ा में बेचता था, फिर जालसाज इन्हीं मोबाइल से साइबर क्राइम करते थे। जीआरपी ने गिरोह के मास्टरमाइंड समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों की पहचान जामताड़ा निवासी ताराचंद मंडल (42) राजेंद्र मंडल (51) और नकुल मंडल (32) के रूप में हुई है। टीम ने आरोपियों के कब्जे से 6 मोबाइल, 9400 कैश, एटीएम कार्ड समेत अन्य सामान बरामद किया है।
यहां से हुई गिरफ्तारी
जीआरपी उपाधीक्षक संजीव कुमार सिन्हा ने बताया कि 26 सितंबर को सुनील मांझी व उसके साथ यात्रा कर रहे आकाश तिवारी व सुमन मेहता से दोस्ती कर आरोपियों ने क्रीम वाले बिस्किट में नशीला पदार्थ खिलाकर तीनों का समान चोरी किया। इसके बाद 3 नवंबर को छपरा लखनऊ एक्सप्रेस जनरल कोच में विकास सिंह के दो मोबाइल फोन व 1900 रुपये चोरी कर लिया गया था। घटना के बाद जीआरपी इंस्पेक्टर संजय खरवार की अगुवाई में एसआई सुधीर राठी समेत अन्य पुलिसकर्मियों की टीम गठित की गई। जिसके बाद टीम ने उक्त आरोपियों को गुप्त सूचना पर कानपुर साइड प्लेटफार्म नंबर-2, 3 से गिरफ्तार कर लिया गया।
ऐसे देते थे वारदात को अंजाम
जीआरपी इंस्पेक्टर संजय खरवार ने बताया कि आरोपी नकुल मंडल ने पूछताछ में बताया कि वे लोग ट्रेन में यात्रा कर रहे यात्रियों के साथ बातचीत कर जान पहचान बढ़ाते थे। जान पहचान बढ़ने पर यात्रियों को चाय के साथ अपने पास रखे नशीले बिस्कुट खिला देते थे। उनके नशे में हो जाने पर उनका सामान लेकर आने वाले स्टेशन पर उतर जाते थे। करीब एक महीने पहले उन्होंने लखनऊ से चली कुंभ एक्सप्रेस ट्रेन में तीन यात्रियो को नशीला बिस्कुट खिलाया और उनके बैग लेकर गोंडा रेलवे स्टेशन पर उतर गये थे।
जामताड़ा में बेचते थे मोबाइल
इंस्पेक्टर ने बताया कि आरोपी फोन और लैपटॉप जामताड़ा में बेचा करते थे। यहां इन मोबाइल से साइबर अपराध किया जाता था। आरोपी ताराचंद पर आठ, राजेंद्र पर चार और नकुल पर पांच एफआईआर दर्ज हैं।