लखनऊ (ब्यूरो)। चौक के सराफा बाजार में 5 मार्च 2017 को राजधानी की सबसे बड़ी लूट हुई थी। असलहों से लैस नकाबपोश बदमाशों ने मुकुंद ज्वैलर्स पर धावा बोलकर 40 किलो सोना और सवा करोड़ रुपए लूटे थे। विरोध पर शॉप मालिक के सिर पर पिस्टल की बट से हमला किया था और उसके बेटे को गोली मारकर घायल कर दिया था। वारदात को अंजाम देने के बाद लूटेरे फायरिंग करते हुए भाग निकले थे।

पूरे प्रदेश में हुई थी बंदी

प्रदेश भर के ज्वैलर्स एसोसिएशन ने इसके विरोध में दुकानें बंद कर दी थीं। बाद में पुलिस ने इस मामले का आधा-अधूरा खुलासा कर वारदात में शामिल लोगों को सलाखों के पीछे तो पहुंचा दिया, लेकिन लूट का पूरा माल नहीं बरामद कर सकी। सबसे बड़ी बात यह है कि जिस तरह इस लूट को अंजाम दिया गया, ठीक उसी तरह हाल ही में सुल्तानपुर में भी ज्वैलरी शॉप में लूट की वारदात हुई थी।

नकाब पहने थे बदमाश

चौक के पीर बुखारा में रहने वाले सोने के थोक कारोबारी प्रवीण कुमार रस्तोगी की चौक के सराफा बाजार में मुकुंद ज्वैलर्स नामक से शॉप है। 5 मार्च 2017 को वह रात 8.30 बजे बेटे जितांशु उर्फ लालन के साथ दुकान बंद करने की तैयारी कर रहे थे। मुनीम व नौकरों ने बिक्री का हिसाब लगाने के बाद करीब 40 किलो सोने के गहने और 1.15 करोड़ रुपये बैग में भरे। तभी सात नकाबपोश बदमाश दुकान में घुसे और वहां मौजूद पिता-पुत्र संग पांच कर्मचारियों दिलीप, सीताराम, शंकर, आशीष कुमार मिश्रा और सिद्धू को बंधक बना लिया।

पिता-पुत्र ने लिया मोर्चा

बदमाशों ने सभी को जान से मारने की धमकी दी और ज्वैलरी और कैश से भरा बैग छीन लिया। जब बदमाश बैग लेकर जाने लगे तो प्रवीण और जितांशु उनके पीछे दौड़े और एक-दो बदमाशों को पकड़ लिया। इस पर एक बदमाश ने दोनों पर पिस्टल तानी और वापस बैग अपने कब्जे में कर दिया। यही नहीं उसने जितांशु पर फायर भी कर दिया। पैर में गोली लगते ही जितांशु गिर गया। इस पर प्रवीण बदमाशों से भिड़ गए तो बदमाशों ने उनके सिर पर पिस्टल की बट से वार कर लहूलुहान कर दिया। आसपास के लोग शोर मचाते हुए दौड़े तो बदमाश फायरिंग करते हुए फूलवाली गली के रास्ते भाग निकले।

पिस्टल की गिर गई थी मैगजीन

बदमाशों की ओर से की गई फायरिंग से आसपास के एरिया में दहशत फैल गई थी। इस दौरान बदमाशों ने आशीष और अन्य कर्मचारियों से मारपीट भी की थी। मारपीट के दौरान ही एक बदमाश की पिस्टल की मैगजीन गिर गई थी।

कई जगहों पर गिरे गहने

वारदात के बाद बदमाश गलियों से पैदल भागे थे। इस दौरान वह कई लोगों से टकराए थे। एक किमी के दायरे में कई जगहों पर बैग से निकलकर गहने भी गिरे थे। बदमाशों को पूरे एरिया की एक-एक गली की सटीक जानकारी थी। जिससे वह आसानी से भाग निकले थे।

25 किलो सोना ही बरामद

बदमाशों ने मुकुंद ज्वैलर्स से 40 किलो सोना और सवा करोड़ रुपए लूटे थे। एसटीएफ ने विनय शुक्ला, राहुल, शानू, लालजी समेत सात लोगों को पकड़कर 25 किलो सोना बरामद किया था। जबकि विपिन पुराने मामले में जमानत कटवाकर जेल चला गया था। विनय के पास से पांच किलो सोना मिला था। घटना का मास्टरमाइंड राहुल दीक्षित ने हिस्से में मिले सोने को साले के यहां छिपाया था। लूट के इस सनसनीखेज मामले में 25 किलो सोना ही बरामद हो सका था।

1 किलो 560 ग्राम सोना बरामद

इस लूट कांड के मुख्य आरोपी विनय शुक्ला को एसटीएफ ने 27 मार्च को गिरफ्तार कर 1 किलो 560 ग्राम सोना बरामद किया था। एसटीएफ के तत्कालीन एसएसपी अमित पाठक इस मामले की जांच कर रहे थे। सूचना मिलने पर उन्होंने राहुल दीक्षित को बीबीडी इंजीनियरिंग कॉलेज के पास से गिरफ्तार किया था।

पूरी तैयारी के साथ की थी लूट

राहुल और विनय शुक्ला ने लूट की योजना बनाई थी और इसमें अभय सिंह निवासी अमेठी, शानू निवासी अमेठी, हरविलास निवासी रायबरेली, राजबहादुर निवासी रायबरेली और आशीष सिंह को शामिल किया था। वारदात को अंजाम देने से पहले दुकान की कई बार रेकी की गई। घटना वाले दिन सभी तीन बाइक से दुकान के पास गए और बाइकें खड़ी करके पैदल मुकुंद ज्वैलर्स के यहां गए और लूट की। इसके बाद सभी अलग-अलग रास्तों से ऑटो या टेंपो में बैठकर वृंदावन स्थित राहुल के कमरे में गए और लूटी गई ज्वैलरी और रकम का बटवारा किया।