लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी में डेवलपमेंट हो सकता है, बशर्ते वन-वे रोड्स पर काम किया जाए साथ ही मनोरंजन प्वाइंट्स डेवलप किए जाएं। इसके साथ ही बच्चों के लिए चिल्ड्रेन पार्क भी डेवलप किए जाएं। यह सुझाव आर्किटेक्ट्स की ओर से एलडीए प्रशासन को दिए गए हैैं। एलडीए प्रशासन की ओर से इन सुझावों को इंप्लीमेंट करने संबंधी तैयारी शुरू कर दी गई है। खास बात यह है कि स्कूल में पढऩे वाले स्टूडेंट्स से भी राजधानी को सुंदर बनाने के लिए सुझाव लिए जाएंगे, जिससे उनकी परिकल्पना के आधार पर डेवलपमेंट संबंधी कदम उठाए जा सकें।
आर्किटेक्ट्स को दी गई जिम्मेदारी
हाल में ही एलडीए प्रशासन की ओर से लखनऊ को सुंदर, व्यवस्थित, आकर्षित तथा परंपरागत सांस्कृतिक स्वरूप में निखारने के उद्देश्य से आर्किटेक्ट्स को जिम्मेदारी दी गई है। आर्किटेक्ट आशीष श्रीवास्तव को पुराने लखनऊ, आर्किटेक्ट रजनीश अग्रवाल को अलीगंज एवं कपूरथला, आर्किटेक्ट नमित अग्रवाल को गोमती नगर, आर्किटेक्ट पवन मिश्रा को आशियाना, आर्किटेक्ट अशोक कुमार को सीजी सिटी एवं गोमती नगर विस्तार को विकसित करने की जिम्मेदारी सौंपी गयी है। इन सभी आर्किटेक्ट्स की ओर से अगले शनिवार तक अपनी कंप्लीट रिपोर्ट एलडीए प्रशासन को दी जाएगी। जिसके आधार पर अगले कदम उठाए जाएंगे।
अभी तक ये सुझाव आए सामने
1-शहर के महत्वपूर्ण चौराहों से जुड़े पहुंच मार्ग में कठिनाई है, इसे दूर किया जाना चाहिए
2-ट्रैफिक कंट्रोल करने के लिए वन-वे रोड की जरूरत
3-गोमती रिवर फ्रंट के किनारों को मनोरंजनात्मक रूप से प्रयोग किया जाए
4-जनेश्वर मिश्र पार्क की तरह नए इलाकों में डेवलप हों पार्क
5-एलडीए के सामने बंधे पर चटोरी गली में फूड पार्लर्स की सुविधा दी जाए
6-लोगों के टहलने के लिए एक प्रॉपर प्लेटफॉर्म तैयार किया जाए
7-इन प्वाइंट पर फूड स्टॉल व मनोरंजन प्वाइंट्स भी डेवलप किए जाएं
8-ग्रीनरी डेवलपमेंट पर फोकस
9-अतिक्रमण हटाने पर फोकस किया जाए
10-पब्लिक फीडबैक सिस्टम
कई चरणों में होगी समीक्षा
आर्किटेक्ट्स, बिल्डर्स, डेवलपर्स और स्टूडेंट्स की तरफ से आने वाले सुझावों की एक कंपाइल रिपोर्ट बनाई जाएगी। इस रिपोर्ट के आधार पर संसाधनों और जगह इत्यादि का चयन किया जाएगा। इसके बाद अंतिम चरण में डेवलपमेंट संबंधी कदम उठाए जाएंगे। एलडीए प्रशासन का यही प्रयास है कि जल्द से जल्द राजधानी को सुंदर बनाने के लिए डेवलपमेंट कार्य शुरू कराए जाएं।
एलडीए टीमें भी लेंगी फीडबैक
एलडीए टीमों की ओर से भी प्रमुख और सार्वजनिक स्थानों पर जाकर पब्लिक का फीडबैक लिया जाएगा। इस दौरान पब्लिक से उनकी सुविधाओं के बारे में जानकारी ली जाएगी। जानने का प्रयास किया जाएगा कि उन्हें किस तरह की सुविधाएं चाहिए। पब्लिक की ओर से आने वाले फीडबैक को लेकर भी समीक्षा की जाएगी और जो सबसे बेहतर सुझाव होगा, उसे इंप्लीमेंट लिस्ट में शामिल किया जाएगा।
हमारा प्रयास यही है कि शहर सुंदर और व्यवस्थित नजर आए। इस संबंध में पहले चरण में आर्किटेक्ट्स को जिम्मेदारी दी गई है। आर्किटेक्ट्स की ओर से जो सुझाव सामने आए हैैं, उन्हें इंप्लीमेंट करने के लिए प्लानिंग की जा रही है।
-डॉ। इंद्रमणि त्रिपाठी, वीसी, एलडीए
चौराहों के आसपास वेंडिंग और पार्किंग जोन बनेंगे
मंडलायुक्त डॉ। रोशन जैकब ने स्मार्ट कार्यों के स्थलीय निरीक्षण के दौरान निर्देश दिए हैैं कि चौराहों के आसपास वेंडिंग और पार्किंग जोन विकसित किए जाएं। इसके साथ ही रोड चौड़ीकरण, पोल शिफ्टिंग इत्यादि बिंदुओं पर भी फोकस किया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि स्मार्ट सिटी द्वारा विकसित की जा रही स्मार्ट रोड एवं चौराहों के आसपास यातायात के सुगम संचालन के लिए कार्ययोजना तैयार कर ली जाए। इसके साथ ही आवागमन को सुगम बनाने के लिए चौराहों के आसपास लगी होर्डिंग्स, खंभों इत्यादि को शिफ्ट कर लिया जाए। उन्होंने इस संबंध में 20 जुलाई तक कार्ययोजना मांगी है।