लखनऊ (ब्यूरो)। जैसे-जैसे मतदान की तारीख नजदीक आ रही है, उतनी ही रफ्तार से बैैंकों की निकासी से लेकर वोटिंग प्रतिशत बढ़ाने पर विशेष फोकस किया जा रहा है। एक तरफ तो लखनऊ व मोहनलालगंज सीट पर वोटिंग प्रतिशत बढ़ाने के लिए युद्धस्तर पर प्रयास शुरू कर दिए गए हैैं, वहीं दूसरी तरफ बैैंकों की निकासी पर भी पहरा बिठा दिया गया है। इसकी मॉनीटरिंग जिला प्रशासन के अधिकारियों की ओर से की जा रही है।
अलग से खाता खोलना होगा
जिला निर्वाचन अधिकारी सूर्य पाल गंगवार की ओर से पहले ही निर्देश दिए जा चुके हैं कि सभी बैैंक प्रत्याशियों के चुनाव कार्यों के लिए अलग से खाता खोलेंगे। प्रत्याशियों द्वारा चुनाव के सभी खर्चे इसी खाते से किये जाएंगे। सभी बैंक प्रत्याशियों और उनके कार्यकर्ताओं को अलग से बैंकिंग सुविधा प्रदान करेंगे साथ ही जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा सभी बैंकों को निर्देश दिया गया कि सभी बैंक 10 लाख से ऊपर की निकासी और जमा की निगरानी करेंगे।
वाहनों के नंबर हो रहे अपडेट
जिला निर्वाचन अधिकारी के निर्देश पर डोर स्टेप सर्विस या पेमेंट कलेक्शन आदि के लिए होने वाले कैश के मूवमेंट पर भी नजर रखी जा रही है। इसके अंतर्गत उपरोक्त सेवा उपलब्ध कराने वाले बैंकों के कैश कैरी वाहनों के नंबर अपडेट किए जा रहे हैैं और उनका रिकॉर्ड तैयार कराया जा रहा है। यह भी देखा जा रहा है कि हर दिन कैश कैरी वाहन कितना कैश लेकर मूव कर रहे हैैं। कैश कैरी वाहनों के मोबाइल नंबर चुनाव सेल में भी दिए जा रहे हैैं।
वोटिंग प्रतिशत बढ़ाने पर फोकस
जिला निर्वाचन अधिकारी की ओर से इस समय पूरा फोकस वोटिंग प्रतिशत बढ़ाने पर किया जा रहा है। वर्ष 2019 में हुए लोकसभा चुनाव की बात करें तो उस दौरान लखनऊ सीट के मुकाबले मोहनलालगंज सीट पर वोटर्स का ज्यादा जोश देखने को मिला था। लखनऊ सीट की विधानसभाओं के अंतर्गत जहां 58 फीसदी भी वोटिंग प्रतिशत नहीं पहुंचा था, वहीं मोहनलालगंज में वोटिंग प्रतिशत का आंकड़ा करीब 62 फीसदी पहुंच गया था। इस बार दोनों ही सीटों पर 70 फीसदी से अधिक वोटिंग प्रतिशत पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है।
मोहनलालगंज लोकसभा सीट वर्ष 2019
विधानसभा वोटिंग परसेंटेज
मलिहाबाद 64.99
बीकेटी 63.35
सरोजनीनगर 55.49
मोहनलालगंज 63.77
कुल 61.77
लखनऊ लोकसभा सीट वर्ष 2019
विधानसभा वोटिंग परसेंटेज
लखनऊ पश्चिम 55.29
लखनऊ उत्तर 55.42
लखनऊ पूर्व 55.70
लखनऊ मध्य 53.92
लखनऊ कैंट 50.77
कुल 57.68
वोटर्स को कनेक्ट किया जा रहा
इस बार दोनों ही लोकसभा सीटों पर ज्यादा से ज्यादा वोटर्स को वोटिंग प्रतिशत बढ़ाने के लक्ष्य से जोड़ा जा रहा है। इसके लिए दोनों ही सीटों पर वोटर्स को जागरूक करने का प्रयास शुरू कर दिया गया है। स्कूल-कालेजों से लेकर सभी क्षेत्रों में वोटर्स जागरूकता कार्यक्रम किए जा रहे हैं। जिला निर्वाचन अधिकारी की ओर से खुद वोटर्स जागरूकता प्रोग्राम की निगरानी की जा रही है। अलग-अलग विधानसभाओं के लिए टीमें गठित की गई हैैं, जो वोटर्स जागरूकता अभियान का संचालन कर रही हैं।
अभी सात दिन का समय
अगर आप वोटर हैैं या आपका नाम वोटर लिस्ट में नहीं है तो आप वोटर हेल्पलाइन एप के माध्यम से दोनों ही बिंदुओं पर आवेदन कर सकते हैैं। बस इतना ध्यान रखना होगा कि आप वोटर लिस्ट से अपना या फैमिली के किसी अन्य मेंबर का नाम हटवा नहीं सकते हैैं। वहीं दूसरी तरफ, वोटर हेल्पलाइन या 1950 पर आने वाली हर एक कॉल की चुनाव सेल की ओर से मानीटरिंग की जा रही है। जिससे हर एक शिकायत का समयबद्ध तरीके से निस्तारण किया जा सके। वहीं बीएलओ को भी निर्देश दिए गए हैैं कि अगर कोई वोटर उन्हें फोन करें तो प्रॉपर रिस्पांस दें।
स्टूडेंट्स ने मानव श्रृंखला बनाकर किया मतदान के लिए जागरूक
भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार लोकसभा सामान्य निर्वाचन-2024 के मद्देनजर जिला निर्वाचन अधिकारी सूर्य पाल गंगवार के निर्देशन में मतदाताओं को जागरूक करने के उद्देश्य से विभिन्न गतिविधियां संचालित की जा रही हैं। इसी कड़ी में महाविद्यालय अटल बिहारी वाजपई नगर निगम डिग्री कॉलेज में मानव श्रृंखला बनाकर मतदान हेतु मतदाताओं को जागरूक किया गया साथ ही छात्र-छात्राओं को अपने आस पड़ोस के नागरिकों को मतदान के लिए जागरूकता शपथ भी दिलाई गई।
यहां बनाए गए सेल्फी प्वाइंट
महामाया राजकीय महाविद्यालय महोना लखनऊ में मतदाता जागरूकता हेतु सेल्फी प्वाइंट का निर्माण किया गया। सेल्फी प्वाइंट का निर्माण महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई एवं छात्र-छात्राओं के द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। सेल्फी प्वाइंट पर महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो। शहला नुसरत किदवई द्वारा स्वयं सेवकों के साथ सेल्फी ली गई। महाविद्यालय की प्राचार्य द्वारा सभी छात्र-छात्राओं से अपील की गई कि 20 मई 2024 को होने वाले लोकसभा समान्य निर्वाचन 2024 में वे मतदान अवश्य करें। प्रो। शहला नुसरत किदवई ने छात्र-छात्राओं से कहा कि लोकतंत्र तभी मजबूत होता है जब सभी नागरिक अपने मतदान के अधिकार का प्रयोग करें। मतदान करने का अधिकार वास्तव में सभी अधिकारों का मूल है।