लखनऊ (ब्यूरो)। मेडिकल सिस्टम में तत्काल सुधार किए जाने की आवश्यकता है। अभी तो स्थिति यह है कि सरकारी अस्पतालों में मरीजों को एडमिट कराने के लिए खासा संघर्ष करना पड़ता है। इस व्यवस्था को बेहतर किए जाने की जरूरत है, जिससे गरीब व्यक्तियों को भी बेहतर इलाज मिल सके। वहीं, एजुकेशन सिस्टम में भी समानता लाने की आवश्यकता है। आज की डेट में प्राइवेट स्कूलों में हर कोई अपने बच्चे का एडमिशन नहीं करा सकता। ये बातें दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की ओर से आयोजित राजनीटी में अलग-अलग सेक्टर से जुड़े लोगों ने कहीं।
यहां हुआ आयोजन
दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की ओर से शुक्रवार को मुंशी पुलिया के पास स्थित द्वारिका ज्वैलर्स के परिसर में परिचर्चा का आयोजन किया गया। जिसमें अलग-अलग सेक्टर से जुड़े लोगों ने कई मुद्दों पर अपनी बात रखी। हर किसी ने यही कहा कि महिला और सीनियर सिटीजन की सेफ्टी के लिए भी तत्काल कदम उठाए जाने की जरूरत है।
मेडिकल सिस्टम बेहतर हो
परिचर्चा में शामिल लोगों ने मेडिकल सिस्टम को लेकर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि जो भी प्रत्याशी चुनावी मैदान में आए, उसके पास मेडिकल सिस्टम को बेहतर करने संबंधी एजेंडा जरूर होना चाहिए। अगर जरूरत पड़ने पर व्यक्ति को बेहतर इलाज नहीं मिलेगा तो साफ है कि उसके परिवार को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। सबसे पहले तो मेडिकल सिस्टम को बेहतर किया जाए साथ ही यह व्यवस्था बनाई जाए कि हर किसी को तत्काल इलाज मिल सके।
एजुकेशन सिस्टम में सुधार
परिचर्चा में शामिल लोगों ने कहा कि एजुकेशन सिस्टम में भी समानता लाए जाने की जरूरत है। अगर कोई गरीब व्यक्ति अपने बच्चे को प्राइवेट स्कूल में पढ़ाना चाहता है तो वह फीस का बोझ नहीं उठा सकता है। प्राइवेट स्कूलों में फीस बहुत अधिक है। वहीं, सरकारी स्कूलों में भी संसाधनों का अभाव है। ऐसे में, जो भी प्रत्याशी चुनावी मैदान में आए, उसके पास सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में एक समान एजुकेशन सिस्टम लागू करने के लिए कदम उठाए।
व्यापारियों की सुरक्षा
परिचर्चा का मुख्य बिंदु व्यापारियों की सुरक्षा के आसपास रहा। व्यापारियों ने कहा कि ऑनलाइन मार्केट की वजह से ऑफलाइन सेक्टर से छोटे और मध्यम व्यापारी खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैैं। सरकार को चाहिए कि ऐसी कोई पॉलिसी बनाए, जिससे ऑनलाइन मार्केट पर शिकंजा कसा जा सके, साथ ही ऑफलाइन मार्केट से जुड़े व्यापारियों को भी सुरक्षित माहौल मिल सके। व्यापारियों ने यह भी सुझाव दिया कि छोटे और मध्यम व्यापारियों को आगे लाने के लिए जीएसटी में भी राहत दी जानी चाहिए।
रोजगार के अवसर मिले
परिचर्चा में शामिल लोगों ने कहा कि जो भी प्रत्याशी चुनावी मैदान में उतरे, उसके पास रोजगार से जुड़ा एजेंडा जरूर होना चाहिए। अगर युवाओं के पास रोजगार नहीं होगा तो साफ है कि देश और समाज का विकास नहीं हो सकता है। हर स्तर पर प्रयास किए जाएं कि युवाओं के पास रोजगार रहे। समाज के प्रबुद्ध वर्ग से जुड़े लोगों को भी युवाओं को आगे बढ़ाने के लिए अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी।
प्वाइंटर्स
1-मेडिकल सिस्टम बेहतर हो।
2-एजुकेशन सिस्टम में सुधार।
3-महिला सेफ्टी पर फोकस।
4-व्यापारियों के लिए पॉलिसी बने।
5-रोजगार के अवसर सामने आएं।
6-सीनियर सिटीजंस की सेफ्टी पर काम हो।
हर पॉलिसी की हो मॉनीटरिंग
रोजगार, मेडिकल, एजुकेशन सिस्टम को लेकर जो भी पॉलिसी बनाई जाए, उसकी मॉनीटरिंग भी जरूर की जाए। देखा जाता है कि योजनाएं तो कई बन जाती हैैं लेकिन धरातल पर इंप्लीमेंट नहीं हो पाती हैैं। ऐसे में सबसे पहले तो ऐसा सिस्टम बने, जो पब्लिक की बेहतरी से जुड़ी योजनाओं पर नजर रख सके।
बोले लोग
मेडिकल सिस्टम में पारदर्शिता की जरूरत है। गरीब को भी बेहतर इलाज मिले, इसके लिए सरकारी अस्पतालों में व्यवस्था होनी चाहिए।
राजेश सोनी
मेडिकल पॉलिसी में जमकर खेल किया जाता है। मेडिकल पॉलिसी को लेकर भी ठोस एक्शन लिए जाने की जरूरत है, जिससे लोगों को इसका वास्तविक लाभ मिल सके।
राहुल सोनी
ऑनलाइन मार्केट पर शिकंजा कसा जाना बेहद जरूरी है। ऑनलाइन मार्केट की वजह से छोटे व्यापारी परेशान हैैं। इस तरफ ध्यान देना होगा।
रोशन कुमार माखीजा
देश की तरक्की तभी संभव है, जब मेडिकल, एजुकेशन और उद्योग सेक्टर को बढ़ावा मिले। इस दिशा में प्रत्याशियों को काम करना होगा।
हर्ष कुमार बंसल
एजुकेशन सिस्टम को तत्काल प्रभाव से कदम उठाए जाने की जरूरत है। हर किसी को शिक्षा मिले, इस दिशा में सभी प्रत्याशियों को सोचना होगा और रणनीति बनानी होगी।
राकेश गुप्ता
मेरा बस यही कहना है कि प्रत्याशी कोई भी हो, लेकिन उसके एजेंडे में जनता हित से जुड़े मुद्दे जरूर शामिल हों और जीतने के बाद उस पर काम भी करे।
मुन्ना सिंह
लोकसभा चुनाव में कोई भी प्रत्याशी आए, वह महिला सुरक्षा से जुड़े विषय पर जरूर काम करे। इसके लिए उसके एजेंडे में कार्ययोजना जरूर शामिल हो।
दीपक सिंह
मेडिकल सेक्टर को और बेहतर किए जाने की जरूरत है। अस्पतालों में हर किसी को बेहतर उपचार मिले, इसकी प्लानिंग जरूर की जाए।
कुलदीप
महिला सुरक्षा से जुड़े कई बिंदुओं पर लगातार काम किया जा रहा है। महिला सुरक्षा को पुख्ता किया जाना प्राथमिकता होनी चाहिए।
एसपी सिंह
युवाओं को रोजगार मिले, इस दिशा में ठोस कदम उठाए जाने की जरूरत है। अगर युवाओं के पास रोजगार नहीं होगा तो देश का विकास संभव नहीं है।
मनोज कुमार
फर्स्ट टाइम वोटर
मैैं लंबे समय से इंतजार कर रहा था कि कब मुझे वोट डालने का मौका मिलेगा। आखिरकार अब जाकर एज क्राइटेरिया क्वालिफाई करने के बाद मुझे वोट करने का मौका मिलने जा रहा है। यह मेरे लिए बेहद खुशी की बात है कि अब मैैैं भी दूसरों की तरह अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकंूगा। मेरी यही अपील है कि हर व्यक्ति चुनाव में मताधिकार का प्रयोग जरूर करे।
अभय श्रीवास्तव