- कोरोना संक्रमण को देखते हुए कमिश्नर मुकेश मेश्राम ने दिया आदेश

- मंडलीय रैपिड रिस्पॉन्स कमेटी की बैठक, फ्लू के मरीजों के लिये होगा अलग काउंटर

LUCKNOW : कोरोना संक्रमण को देखते हुए अब अस्पतालों की ओपीडी में लाइन सिस्टम बंद कर दिया गया है। इसकी जगह अब टोकन व्यवस्था को लागू करने के आदेश दिये गए हैं। कमिश्नर मुकेश कुमार मेश्राम ने गुरुवार को कोरोना के संबंध में मंडलीय रैपिड रिस्पॉन्स कमेटी की बैठक में यह निर्देश दिये। इसके अलावा अस्पतालों को डेडीकेटेड एंबुलेंस सेवा भी तुरंत शुरू करने के आदेश दिये गए हैं। बैठक में जनसामान्य को इस महामारी से जागरूक करने के लिये भी तमाम निर्देश दिये गए। बैठक में अपर निदेशक चिकित्सा डॉ। संजीव कुमार, मंडलीय सर्विलांस अधिकारी डॉ। राकेश कुमार गुप्ता समेत स्वास्थ्य, सूचना, पर्यटन, पंचायत, शिक्षा, उड्डयन, रेलवे विभाग के अधिकारी शामिल हुए।

हॉस्पिटल्स में लगेंगे डिस्पले

कमिश्नर मुकेश मेश्राम ने कहा कि विभिन्न हॉस्पिटल्स में आने वाले मरीजों के लिये ओपीडी में लाइन न लगवाकर डिस्पले के जरिए टोकन सिस्टम की व्यवस्था करायी जाए। फीवर और फ्लू के मरीजों के लिये अलग से काउंटर स्थापित किये जाएं। कोरोना से संक्रमित संभावित मरीजों के लिये हॉस्पिटल्स में स्थापित किये गए आइसोलेशन वॉर्ड के साथ ही अटैच ट्वायलेट की सुविधा उपजब्ध रहे। आइसोलेशन संक्रमण प्रसार से बचाव के लिये थ्री बकेट फॉर्मूले के मुताबिक गर्म पानी में डिटर्जेट पाउडर या फिर हाइड्रोक्लोराइड, हाइड्रोक्लोरिन मिलाकर पोछा लगाया जाये व चादर-बेडशीट को प्रतिदिन बदला जाए।

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विदेश से आने वालों की हो कड़ी निगरानी

कमिश्नर मेश्राम ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि विदेश से आने वाले सभी लोगों को की गहन जांच की जाये। अगर उनमें कोरोना के लक्षण नहीं मिले तो भी उन्हें होम आइसोलेशन में रखा जाए और 14 दिनों तक उनकी कड़ी निगरानी की जाये। इस दौरान अगर उनमें कोरोना के लक्षण दिखें तो उन्हें आइसोलेशन वॉर्ड में शिफ्ट कराया जाये। उन्होंने बताया कि मास्क व सेनेटाइजर की कालाबाजारी रोके जाने के लिये आवश्यक वस्तु अधिनियम लागू कर दिया गया है। थोक व्यापारियों से बैठक करते हुए ट्रिपल लेयर मास्क करीब 10 लाख व एन-95 के करीब 50 हजार मास्क उपलब्ध कराये जाने के लिये निर्देशित किया गया है।