लखनऊ (ब्यूरो)। मकान न तोड़े जाने का आदेश आने के बाद पंतनगर समेत अन्य प्रभावित एरियाज का माहौल बिल्कुल बदल गया है। पहले जहां सुबह से ही लोग अपने मकान को बचाने की जद्दोजहद में लग जाते थे, वहीं बुधवार को लोग अपने कामकाज पर लौटे और उनके चेहरे पर खुशी के भाव नजर आए। अब हर किसी को उम्मीद है कि एरिया में जल्द विकास कार्य शुरू होंगे, जिससे उन्हें बेहतर सुविधाएं मिल सकेंगी।
अब कोई डर नहीं
प्रभावित एरियाज में रहने वाले लोगों का कहना है कि पिछले एक महीने से वे लोग खासे टेंशन में थे। हर पल उन्हें यही चिंता सता रही थी कि उनका मकान टूट जाएगा, लेकिन मंगलवार दोपहर के बाद से जो राहत मिली है। वह उसे जिंदगी भर नहीं भूल सकते हैैं। टेंशन का आलम यह था कि कई लोग नियमित रूप से अपने काम पर नहीं जा रहे थे। सीएम के आदेश के बाद अब तस्वीर बिल्कुल बदल गई है।
अब अधिकारियों का इंतजार
प्रभावित एरियाज में रहने वाले लोगों का कहना है कि सीएम ने आदेश दिए हैैं कि अधिकारी एरिया में जाएं और संवाद स्थापित कर वास्तविक स्थिति से लोगों को अवगत कराएं। लोगों का कहना है कि अभी नाप जोख को लेकर थोड़ी कंफ्यूजन की स्थिति है। एक बार अधिकारी आकर बता जाएं कि कितना एरिया लिया जाना है या कहां तक सर्वे होना है तो वह टेंशन भी दूर हो जाए। दरअसल, अभी लोग इस कंफ्यूजन में हैैं कि 35 मीटर का एरिया लिया जाना है या 50 मीटर का। चूंकि अब कोई मकान नहीं टूटेगा, ऐसे में लोग चाहते हैैं कि यह स्थिति भी क्लियर कर दी जाए।
वेस्ट कलेक्शन व अन्य सुविधाएं
लोगों का कहना है कि अब जनसुविधाएं भी डेवलप की जानी हैैं। ऐसे में सबसे पहले तो डोर टू डोर वेस्ट कलेक्शन की प्रॉपर सुविधा दी जाए साथ ही रोड स्वीपिंग व्यवस्था को भी बेहतर बनाया जाए। अगर कहीं स्ट्रीट लाइट्स खराब हैैं तो उन्हें तत्काल ठीक करा दिया जाए, जिससे रात के वक्त गलियों में अंधेरा न रहे। लोगों का यह भी कहना है कि जलनिकासी की व्यवस्था भी बेहतर बनाए जाने की जरूरत है।
ये सुविधाएं होंगी डेवलप
-डोर टू डोर वेस्ट कलेक्शन
-रोड स्वीपिंग
-प्रॉपर स्ट्रीट लाइट्स
-नालियों का निर्माण
-बेहतर रोड्स
अकबरनगर में मलबा उठान तेज
अकबरनगर में मलबा उठान का काम और तेज कर दिया गया है। बुधवार को कुकरैल फ्लाईओवर से बादशाहनगर की तरफ जाने वाले रास्ते को बंद कर दिया गया। दरअसल, 20 जुलाई को अकबरनगर में वृहद स्तर पर पौधरोपण किया जाना है। इससे पहले मलबा उठान का काम किया जाना है। मलबा उठान के लिए एक दर्जन से अधिक जेसीबी लगाई गई हैैं। अकबरनगर सेकंड एरिया में एक बड़े क्षेत्रफल से मलबा हटा भी दिया गया है और मिट्टïी को समतल कर दिया गया है, जिससे यहां पर पौधरोपण हो सके। अकबरनगर फर्स्ट में भी मलबा उठान का काम किया जा रहा है। जब से यहां से अवैध कब्जे हटे हैैं, कुकरैल नदी अपने मूल स्वरूप में लौटती हुई नजर आ रही है।