- मेट्रो के आधा दर्जन से अधिक स्टेशंस पर बंदरों ने मचा रखा है आतंक
- मेट्रो ने समस्या दूर करने के लिए आठ स्टेशंस पर लगवाए लंगूर के कटआउट
LUCKNOW राजधानी में मेट्रो के आधा दर्जन से अधिक स्टेशनों पर बंदरों के आतंक से पैसेंजर्स काफी परेशान हो रहे हैं। इस समस्या से निपटने के लिए मेट्रो प्रशासन की ओर से सभी मेट्रो स्टेशनों पर लंगूरों के कटआउट लगाए गए हैं, जिससे बंदर मेट्रो स्टेशनों के अंदर न आएं और लोगों का सफर सुरक्षित रहे।
यहां बंदरों का आतंक ज्यादा
चारबाग, केडी सिंह, आईटी, बादशाहनगर, लेखराज, इंदिरानगर, मुंशी पुलिया समेत आठ मेट्रो स्टेशनों पर बंदरों की ज्यादा धमाचौकड़ी देखने को मिलती है। प्लेटफॉर्म की तरफ जाने वाली सीढि़यों पर बंदर कब्जा कर लेते हैं, जिससे मुसाफिरों को वहां से डरते हुए गुजरना पड़ता है।
चारबाग में स्थिति ज्यादा खराब
चारबाग, दुर्गापुरी मेट्रो स्टेशन में बंदरों का आतंक ज्यादा देखने को मिलता है। भले ही दुर्गापुरी मेट्रो स्टेशन पर पैसेंजर्स का फुटफॉल ज्यादा न हो लेकिन चारबाग मेट्रो स्टेशन पर पैसेंजर्स का फुटफॉल अधिक रहता है।
छीन ले जाते सामान
प्लेटफॉर्म व प्लेटफॉर्म की तरफ आने वाली सीढि़यों पर बंदर कब्जा कर लेते हैं और कई बार तो ये पैसेंजर्स का सामान तक लेकर भाग जाते हैं। पैसेंजर्स जब उनसे अपना सामान वापस लेने की कोशिश करते हैं तो वे आक्रामक हो जाते हैं।
लगवाए लंगूरों के कटआउट
मेट्रो प्रशासन की ओर से अपने स्टेशनों से बंदरों की समस्या समाप्त करने के लिए अपने मेट्रो स्टेशंस पर लंगूरों के कटआउट लगवाए गए हैं। जिससे लंगूरों के खौफ से बंदर स्टेशन या प्लेटफॉर्म में एंट्री न करें।
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दिखाई देने लगा असर
इस माह ही लंगूरों के कटआउट लगवाए गए हैं। जिसका असर भी दिखने लगा है। लंगूरों के कटआउट लगने के बाद स्टेशनों पर आने वाले बंदरों की संख्या कम होने लगी है। मेट्रो प्रशासन को पूरी उम्मीद है कि आने वाले दिनों में बंदरों की संख्या में और गिरावट देखने को मिल सकती है।
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30 हजार से अधिक फुटफॉल
वर्तमान समय में मेट्रो में सफर करने वाले पैसेंजर्स की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। कोविड की सेकंड वेव के बाद हुए अनलॉक के बाद अब प्रतिदिन 30 हजार से अधिक लोग नियमित मेट्रो में सफर कर रहे हैं।