- पेपर लीक केस के बाद केजीएमयू ने बढ़ाई सख्ती, अब बंक मारना नहीं होगा आसान
- किसी भी मेडिकोज के क्लास छोड़ने पर पैरेंट्स को देना होगा जवाब
LUCKNOW: कम्बाइंड प्री मेडिकल टेस्ट में किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के मेडिकोज के पकड़े जाने के बाद अब केजीएमयू प्रशासन लगातार सख्ती करता जा रहा है। केजीएमयू प्रशासन नियम इतने सख्त करने जा रहा है कि भविष्य में मेडिकोज के लिए क्लास से बंक मारना या सॉल्वर बन कर जाने के लिए गायब होना आसान नहीं होगा। अगर मेडिकोज ऐसा करते हैं तो उन्हें यूनिवर्सिटी से ही निकाला जा सकता है।
पापा के साथ एफीडेविट लाओ
सीपीएमटी परीक्षा के दिन इंटर्नल एग्जाम से गायब स्टूडेंट्स की जानकारी एसटीएफ द्वारा मांगे जाने के बाद अब केजीएमयू प्रशासन ने सभी छात्रों के घर नोटिस भेज दिया है। इनकी संख्या ब्ख् से ज्यादा है। डीन प्रो। मस्तान सिंह की ओर से भेजे गए लेटर में कहा गया है कि सभी छात्रों के पैरेंट्स एफीडेविट के साथ इस बात का कारण बताएं कि इंटर्नल एग्जाम से वह क्यों गायब थे। इस एफीडेविट को लेकर पैरेंट्स को खुद केजीएमयू आना होगा। अन्यथा उन्हें आगे क्लासेस में बैठने नहीं दिया जाएगा और हॉस्टल से भी बाहर कर दिया जाएगा।
कारण तो बताना ही होगा
इस लेटर में पैरेंट्स को यह जानकारी भी दी गई है कि सीपीएमटी पेपर के दिन गायब रहने के कारण स्टूडेंट की डिटेल मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब की एसटीएफ को भी भेज दी गई है। इसके बाद से बहुत से पैरेंट्स और छात्र डरे हुए हैं। हालांकि इनमें से बहुत से छात्र निर्दोष हैं। इस बात को खुद केजीएमयू प्रशासन के अधिकारी स्वीकार करते हैं, लेकिन सबको गायब होने का कारण तो बताना ही होगा।
और सख्त किए जाएंगे नियम
केजीएमयू प्रशासन भविष्य में नियम इतने सख्त करने जा रहा है कि अब कोई छात्र सॉल्वर बनने या पेपर लीक कराने में शामिल नहीं हो सकेगा। बीमार हो या कोई और कारण, कॉलेज से बाहर किसी हालत में नहीं जा सकेंगे। ऐसा हुआ तो छात्र को बाहर का रास्ता दिखा दिया जाएगा। उधर हॉस्टल्स में भी सख्ती बढ़ाई जा रही है। बाहरी तत्व अब हॉस्टल्स में प्रवेश नहीं कर सकेंगे।
तो नप जाएंगे प्रोवोस्ट और कर्मचारी
केजीएमयू प्रशासन का यह भी मानना है कि बहुत से छात्र-छात्राएं घर में झूठ बोलकर क्लास और हॉस्टल से गायब होते हैं। जिसके कारण वे पांच साल का कोर्स क्भ् साल में भी पूरा नहीं कर पाते और हर साल फेल होते रहते हैं। यही सब गलत एक्टिविटीज में इंवॉल्व होते हैं और केजीएमयू को बदनाम करते हैं। अब ये आसान नहीं होगा। अगर बाहरी लोग हॉस्टल्स में पाए गए तो सब जिम्मेदारी प्रोवोस्ट व कर्मचारियों की होगी।
नियमों को इतना सख्त कर दिया जाएगा कि छात्र ऐसे किसी कृत्य के बारे में सोच भी न सकें। यहां पढ़ाई के लिए आते हैं और सिर्फ पढ़ाई पर ही स्टूडेंट्स को ध्यान देना होगा। एक दिन भी अब्सेंट हुए तो पैरेंट्स को जानकारी भेज दी जाएगी।
- प्रो। एसएन कुरील,
चीफ प्रॉक्टर, केजीएमयू
सभी छात्रों के पैरेंट्स को गायब होने का कारण बताने के लिए नोटिस भेजा गया है। यह सभी ब्0 से ज्यादा स्टूडेंट सीपीएमटी एग्जाम के दिन गायब थे। आगे से इंटर्नल एग्जाम में ऐसा न करें, इसलिए यह सख्ती की जा रही है।
- प्रो। मस्तान सिंह,
डीन, केजीएमयू