लखनऊ (ब्यूरो)। केजीएमयू परिसर को नो-टौबेको जोन घोषित कर दिया गया है। तंबाकू निषेध दिवस पर केजीएमयू वीसी डॉ। बिपिन पुरी ने सभी को यह संकल्प दिलाया है। वीसी डॉ। बिपिन पुरी ने बताया कि परिसर में धूम्रपान पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया गया है। यह सभी की जिम्मेदारी है कि इस नियम और संकल्प का पालन करें। वहीं, सीएमएस डॉ। एसएन शंखवार ने कहा कि परिसर में सभी डॉक्टर व कर्मचारियों को परिसर में धूम्रपान न करने की सलाह दी गई है। रेडियोथेरेपी विभाग के डॉ। सुधीर सिंह ने कहा कि तंबाकू, पान-मसाला से पेट समेत दूसरे अंगों का कैंसर हो सकता है। जबकि सिगरेट से फेफड़े संबंधी बीमारी का खतरा ज्यादा होता है। ऐसे में कैंसर मरीज सही उनके परिजनों को संजीदा रहने की जरूरत है। वहीं, दूसरी ओर केजीएमयू के पब्लिक हेल्थ डेंटिस्ट्री विभाग की ओर से परिसर में जागरुकता रैली निकाली गई। जिसमें करीब 500 स्टूडेंट्स ने हिस्सा लिया।

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आयुष्मान योजना में बोनमैरो इम्प्लांट शामिल

आयुष्मान योजना के तहत अब हड्डी रोगी देसी या विदेशी कोई भी इमप्लांट लगवा सकेंगे। साथ ही इस योजना के तहत बोनमैरो इमप्लांट की भी सुविधा शुरू कर दी गई है। यह जानकारी नेशनल हेल्थ अथॉरिटी के कार्यकारी निदेशक डॉ। शंकर प्रिंजा ने मंगलवार को मेडिकल कॉलेज में आयुष्मान योजना के बेहतर क्रियान्वयन के राज्यस्तरीय कार्यशाला के दौरान दी। डॉ। शंकर नग ने बताया कि आयुष्मान योजना के तहत अब दिल, मानसिक और न्यूरो के इलाज में नए पैकेज शुरू किए गए हैं। 365 प्रोसीजर जोड़े गए हैं। अमित मोहन प्रसाद, अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य ने कहा कि मेडिकल कॉलेज में आयुष्मान योजना को और कैसे बेहतर क्रियांवयांवित किया जाए। इस पर काम होना चाहिए। योजना की नोडल एजेंसी साचीस की सीईओ संगीता सिंह ने कहा कि आयुष्मान योजना में लखनऊ के लोहिया संस्थान और कानपुर के जीएसवी मेडिकल कॉलेज ने प्रदेश में सबसे बेहतर परिणाम दिया है। इस दौरान लोहिया संस्थान के डॉ। अमित कौशिक, केजीएमयू के डॉ। बीपी सिंह, मेयो के डॉ। डीएस नेगी समेत अन्य लोग मौजूद रहे।