लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी में 0-5 वर्ष तक की आयु के बच्चों को पोलियो से बचाव की दवा पिलाने का शुभारंभ रविवार को डीएम सूर्य पाल गंगवार ने किया। उन्होंने वीरांगना अवंतीबाई जिला महिला अस्पताल में बच्चों को दो बूंद जिंदगी की पिलाकर सघन पल्स पोलियो अभियान की शुरुआत की।
2,204 टीमें बनाई गईं
डीएम ने आगे बताया कि इस अभियान को सफल बनाने के लिए कुल 2,204 टीमें बनाई गई हैं। दो बूंद जिंदगी की पिलाने के लिए 131 मोबाइल टीमों का गठन किया गया है। इसके अलावा 227 ट्रांजिट टीमों द्वारा साप्ताहिक बाजार, मेले, रेलवे व बस स्टेशन पर बच्चों को पोलियो से बचाव की दवा पिलाई जाएगी। भारत पोलियो मुक्त है लेकिन कुछ पड़ोसी देशों में पोलियो वायरस का खतरा अभी भी है और फिर लौट सकता है। इसलिए अपने बच्चे की सुरक्षा में कोई चूक न होने दें।
बचाव बेहद जरूरी
इस मौके पर सीएमओ डॉ। मनोज अग्रवाल ने कहा कि पोलियो से बचाव की दवा पिलाकर एक ऐसी बीमारी से बचा सकते हैं जो कि बच्चे को आजीवन दिव्यांग बना देती है। छह दिन तक चलने वाले इस अभियान में कुल 7.33 लाख बच्चों को दवा पिलाने का लक्ष्य है। वहीं, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ। एमके सिंह ने कहा कि इस अभियान में स्वास्थ्य विभाग के साथ बाल विकास पुष्टाहार विभाग सहित अन्य विभाग भी सहयोग कर रहे हैं। हमारा प्रयास है कि शत प्रतिशत लक्ष्य को प्राप्त करें। रविवार को जो बच्चे पोलियो से बचाव की दवा पीने से वंचित रह गए हैं, उन्हें 29 मई से दो जून तक स्वास्थ्य कार्यकर्ता घर-घर जाकर दवा पिलाएंगे। इस दौरान राज्य प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ। अजय गुप्ता, आरसीएच के नोडल अधिकारी डॉ। आरवी सिंह, अस्पताल की प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ। हेमलता यादव, जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी योगेश रघुवंशी समेत अन्य लोग मौजूद रहे।