लखनऊ (ब्यूरो)। शादी के 6 माह में ही पति ने दहेज की मांग पूरी न होने पर पत्नी को फोन पर तीन तलाक दे दिया। इससे पहले उसे मारपीट कर घर से निकाल दिया गया था। परेशान महिला ने सेनेटाइजर पीकर आत्महत्या करने का प्रयास किया। अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद पीडि़ता ने नाका कोतवाली में पति समेत ससुराल पक्ष के 12 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।
जहर पिलाने का किया प्रयास
राजेंद्रनगर निवासी महिला की शादी 24 फरवरी 2022 को गोंडा मकरथीगंज निवासी मो। जुनैद से हुई थी। पीडि़ता के मुताबिक, रुख्सत होकर ससुराल पहुंचते ही उसे कम दहेज लाने पर टोका गया। सास और ननद रिश्तेदारों के सामने ही गाली देती थीं। पति जुनैद से शिकायत करने पर उसने भी कोई बात नहीं सुनी। वह पत्नी पर मायके से दहेज में जेवर और गाड़ी लाने का दबाव बनाने लगा। परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण यह मांग पूरी नहीं हो सकी। पीडि़ता के मुताबिक, 10 मार्च को ननद ने उसे जहर मिली कोल्डड्रिंक पिलाने का प्रयास किया था, लेकिन वह किसी तरह से बच गई। पति से ननद की शिकायत करने पर महिला को ही बुरी तरह से पीट कर ससुराल से भगा दिया गया।
समझौते की बात पर तीन तलाक
मायके लौटने के बाद महिला के साथ हुई घटना का पता परिवार वालों को चला। उन्होंने जुनैद को समझाने की कोशिश की। 15 अप्रैल को जुनैद दो दोस्तों के साथ गोंडा से लखनऊ आया। प्लासियो मॉल के पास महिला से मुलाकात हुई। समझौते को लेकर बातचीत के दौरान भी जुनैद गाली गलौज करता रहा। फिर दोस्तों के साथ वापस लौट गया। पीडि़ता के अनुसार, घर लौटने के बाद ही जुनैद ने फोन कर तीन तलाक दे दिया। इतना सब होने के बाद भी महिला का परिवार बचाने के लिए मायके वाले प्रयास करते रहे। रिश्तेदार और परिचितों की मदद से जुनैद को समझाने की कोशिश की गई, जो बेनतीजा रही। पति और ससुराल पक्ष की मानसिक प्रताडऩा से आजिज होकर महिला ने सेनेटाइजर पीकर आत्महत्या करने का प्रयास भी किया था। इंस्पेक्टर नाका बृजेश द्विवेदी ने बताया कि महिला की तहरीर पर जुनैद, उसकी मां सूफियाना, ननद जन्नत, अंजुम समेत 12 लोगों के खिलाफ दहेज प्रताडऩा, मारपीट, मुस्लिम महिला विवाह अधिकारों का संरक्षण अधिनियम में मुकदमा दर्ज किया गया है।