लखनऊ (ब्यूरो)। लक्ष्मण नगरी में होली का अपना एक अलग ही स्वरूप देखने को मिलता है। चौक के होरियारों की होली यहां सबसे ज्यादा मशहूर है। हाथी, घोड़े और गाजे-बाजे के साथ निकलने वाली बारात दशकों से लोगों के आकर्षण का प्रमुख केंद्र रही है। इस बार रंगों के इस त्योहार पर जहां चौपटिया होली स्वर्ण जयंती पर संस्थापकों का सम्मान करेगी, वहीं होलिकोत्सव समिति चौक द्वारा इसबार श्रीराम मंदिर उद्घाटन की खुशी को लेकर भी तैयारियां चल रही हैं। साथ ही कवि सम्मेलन का भी आयोजन किया जाएगा।
श्रीराम मंदिर उद्घाटन होगी थीम
चौक के मशहूर होरियारों की होली के पीछे की कहानी बहुत दिलचस्प है। हालिकोत्सव समिति चौक के राजीव मेहरोत्रा ने बताया कि स्व। लालजी टंडन और अमृत लाल नागरजी ने मिलकर चौक की मुन्नू लाल धर्मशाला के एक कमरे से इसकी शुरुआत की थी। जहां होली के जुलूस का स्वागत मुस्लिम समाज के लोग भी करते हैं। होली के अगले दिन चकल्लस यानि कवि सम्मेलन का भी आयोजन किया गया। इसबार के जुलूस को लेकर गुरुवार को बैठक होनी है, जिसमें श्रीराम मंदिर उद्घाटन को लेकर थीम पर विचार किया जाएगा। वहीं, जुलुस 25 मार्च की सुबह 10 बजे कानेश्वर महादेव मंदिर से निकलेगा। जिसमें राज्यसभा सांसद डॉ। दिनेश शर्मा और डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक व विधायक डॉ। नीरज बोहरा समेत अन्य लोग मौजूद रहेंगे।
होगा चकल्लस का आयोजन
राजीव मेहरोत्रा ने बताया कि होली जुलूस मंदिर से होता हुआ खुनखुन जी मार्ग, मेडिकल चौराहा, अकबरी गेट से होता हुआ वापस मंदिर आकर समाप्त होगा। जिसमें हाथी, घोड़ा आदि भी शामिल होंगे। साथ ही मुस्लिम समाज द्वारा जुलूस पर फूल और इत्र मिले पानी की बौछार की जाएगी, जबकि 26 मार्च को कवि सम्मेलन चकल्लस का आयोजन किया जाएगा। जिसमें शंभू शिखर, दिनेश बावरा, रामबाबू, नरेश कात्यान, श्रद्धा शौर्य समेत अन्य कवि कविताएं पेश करेंगे।
स्वर्ण जयंती पर सम्मान समारोह
चौपटिया होली का रंगारंग जुलूस इस बार अपना स्वर्ण जयंती उत्सव मान रहा है। श्री शुभ संस्कार समिति द्वारा आयोजित जुलूस के संयोजक लक्ष्मीकांत पांडे ने बताया कि 1974 से प्रारंभ हुई सामूहिक होली और गंगा जमुनी तहजीब का जुलूस स्वर्ण जयंती उत्सव मनाएगा। महामंत्री रिद्धि किशोर गौड़ के अनुसार, क्षेत्र के सभी सम्मानित बुजुर्गों का सम्मान 25 मार्च को होली जुलूस के अवसर पर संदोहन देवी चौराहे पर किया जाएगा।
मुस्लिम करेंगे जुलूस का स्वागत
इसबार विशेष रूप से केसरिया गुलाल और 200 किलो फूल मांगे गए हैं। समिति के उपाध्यक्ष आशीष अग्रवाल ने बताया कि जुलूस लगभग 70 पर्सेंट मुस्लिम भाइयों के क्षेत्र से गुजरता है। इस वर्ष रमजान पवित्र महीने को देखते हुए फूलों की मात्रा अधिक कर दी गई है और इस क्षेत्र में सिर्फ फूलों से ही होली खेली जाएगी। वहीं, लगभग एक दर्जन स्थानों पर जुलूस का स्वागत विधायक अरमान खान, पार्षद फैजी, इरफान भाई, उस्मान भाई आदि मुस्लिम क्षेत्रों में करेंगे। दरअसल, चौपटिया होली का जुलूस 1974 में छोटे देवी शुक्ला द्वारा प्रारंभ किया गया था। पहले लोग कीचड़, गोबर आदि गंदगी से होली में उपद्रव किया करते थे। इसको रोकने के लिए बुजुर्गों ने सामूहिक होली खेलने के लिए होली के जुलूस की परंपरा प्रारंभ करी।