- थल सेनाध्यक्ष विपिन रावत ने शहीद परिवारों को किया सम्मानित
- रॉक बैंड की धुनों पर जमकर नाचे लोग
LUCKNOW: उत्तराखंड महापरिषद की ओर से आयोजित उत्तराखंड महोत्सव में रविवार को पंडित गोविंद बल्लभ पंत ने पर्वतीय सांस्कृतिक उपवन में पर्वतीय अंचलों की अद्भुत छटा बिखरे। कार्यक्रम में थल सेना प्रमुख जनरल विपिन सिंह रावत बतौर चीफ गेस्ट शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने भारतीय शहीद सैनिकों के परिवारों को सम्मानित किया। इस अवसर पर एसएसपी कलानिधि नैथानी, मेजर जनरल परवेश पुरी, जनरल ऑफिसर कमांडिंग मध्य उत्तर प्रदेश सब ऐरिया और महोत्सव संयोजक रजनीश रावत और कर्नल एके तिवारी मौजूद रहे।
सम्मान से मिलती है शक्ति
कार्यक्रम में बोलते हुए थल सेना प्रमुख विपिन रावत ने कहा कि जब आप लोग सेना का सम्मान करते हैं तो इससे उनको शक्ति और प्रोत्साहन मिलता है। उत्तराखंड के दूर दराज इलाकों में कोई भी सुविधा पहुंचने में दो-चार दिन लग जाते है। ऐसे में आप उन लोगों तक सभी जरूरी सुविधाएं कैसे पहुंचे इसपर आपको काम करना चाहिए। वहां मेडिकल और एजुकेशन की सबसे अधिक कमी है। सेना अपने स्तर से उसपर काम काम कर रही है। थल सेना प्रमुख ने लोगों से पहाड़ों से हो रहे पलायन को रोकने की अपील की। उन्होंने लोगों से उपहार में गुलदस्ता देने की जगह महज एक एक फूल देने की अपील की।
एक शाम सेना के नाम
महोत्सव में एक शाम भारतीय सैनिकों के नाम रही.कार्यक्रम में प्रस्तुति के तहत 20 जोड़े के दल उत्तराखंड की पारंपरिक वेशभूषा में दिखाई दिये। वहीं कलाकारों ने पर्वतीय अंचलों के प्रचलित नृत्य, गायन व वादन से दर्शकों का मन मोहा।
यह हुये सम्मानित
कार्यक्रम में परमवीर चक्र से सम्मानित शहीद कैप्टन मनोज पांडेय के पैरेंट्स गोपीचंद्र पांडेय, वीर चक्र से सम्मानित शहीद कैप्टन सुनील चन्द्रा की मदर ऊषा सक्सेना, परमवीर चक्र से सम्मानित शहीद गनर नरेन्द्र कुमार तिवारी की वाइफ सविता तिवारी, शहीद राईफल मैन सुनील जंग महत की मदर बीना महत, शहीद लेफ्टीनेंट हरी सिंह बिष्ट की मदर शांति बिष्ट, शहीद अमरेंदर बहादुर सिंह के फादर जंग बहादुर को सम्मानित किया गया।