लखनऊ (ब्यूरो)। एक तरफ जहां लगभग हर घर में 30 से 35 लीटर पानी बर्बाद हो रहा है, अंडरग्राउंड वॉटर लेवल डाउन हो रहा है और योजनाएं बनने के बाद भी इंप्लीमेंट नहीं हो रही है, वहीं दूसरी तरफ दो ऐसे समाजसेवी हैैं, जो स्वच्छ जल के लिए लगातार प्रयासरत हैैं। उनकी ओर से नियमित रूप से हर सप्ताह गोमती सफाई अभियान चलाया जाता है साथ ही जनता को रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम और पानी बचाने के लिए जागरूक भी किया जाता है। दोनों ही समाजसेवियों का कहना है कि उनका उद्देश्य यही है कि जनता को पेयजल संकट का सामना न करना पड़े और हर किसी को स्वच्छ पेयजल मिले।
2018 से कर रहे नदी की सफाई
स्वच्छ पर्यावरण आंदोलन सेना के संयोजक एवं पूर्व पार्षद नगर निगम लखनऊ रणजीत सिंह की ओर से 1 जुलाई 2018 से गोमती सफाई अभियान की शुरुआत की गई थी, जो अभी तक जारी है। उनकी टीम की ओर से हर रविवार सुबह करीब दो से तीन घंटे तक अलग-अलग घाटों पर गोमती सफाई अभियान चलाया जाता है। इसके साथ ही घाटों पर फैली गंदगी को भी साफ किया जाता है, ताकि मां गोमती का आंचल मैला न हो और लोगों को शुद्ध जल मिल सके।
पानी बर्बादी रोकने की अपील
पूर्व पार्षद ने बताया कि उनकी व टीम की ओर से लोगों को गोमती को स्वच्छ रखने के लिए जागरूक किया जाता है साथ ही यह भी अपील की जाती है कि पानी की बर्बादी न करें। इसके लिए बकायदा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से अवेयरनेस कैंपेन भी चलाया जाता है।
मेरा यही प्रयास है कि मां गोमती का आंचल हमेशा स्वच्छ रहे। हर रविवार को आंदोलन सेना की ओर से दो घंटे गोमती सफाई अभियान चलाया जाता है। यह अभियान निरंतर रूप से जारी रहेगा। मेरी यही अपील है कि गोमती को स्वच्छ रखने के लिए सप्ताह में एक दिन श्रमदान जरूर करें साथ ही पानी की बर्बादी न करें।
रणजीत सिंह 'रंजीत', संयोजक, स्वच्छ पर्यावरण आंदोलन सेना, लखनऊ
12 कुओं को रेन वॉटर हार्वेस्टिंग से जोड़ा
चौक निवासी रिद्धि किशोर गौड़ करीब 20 सालों से गोमती नदी को बचाने के साथ-साथ अंडरग्राउंड वॉटर लेवल मेनटेन रखने की कवायद कर रहे हैैं। अंडरग्राउंड वॉटर लेवल को बेहतर बनाने के लिए उनकी ओर से पुराने लखनऊ के मंदिरों में स्थित 12 कुओं को वर्षा जल संचयन से जोडऩे का काम किया गया। इसके साथ ही उन्होंने कई घरों में रेन वॉटर रिचार्ज सिस्टम लगवाने में भी सहयोग किया। उनकी ओर से लोगों को लगातार रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम को लेकर जागरूक भी किया जा रहा है। उनका प्रयास यही है कि बारिश के अमृत जल को बचाया जा सके।
अभी प्रयास है जारी
उनकी ओर से लगातार जल संरक्षण की दिशा में लोगों को जागरूक किया जा रहा है। इसके साथ ही समय-समय पर उनकी ओर से कैंपेन भी चलाए जाते हैैं। कैंपेन के दौरान उनकी ओर से लोगों को जल की महत्ता के बारे में बताया जाता है साथ ही यह भी अपील की जाती है कि पानी बचाना क्यों जरूरी है। उनकी ओर से लोगों के सामने गिरते जलस्तर के आंकड़े भी रखे जाते हैैं, जिससे लोग पानी संकट की भयावहता को समझ सकें। उनका कहना है कि जिस रफ्तार से अंडरग्राउंड वॉटर लेवल डाउन हो रहा है, हम सभी को तत्काल संभलना होगा और जल संरक्षण की दिशा में कदम उठाने होंगे।
हमारी ओर से हर स्तर पर जनता को जल संरक्षण की दिशा में जागरूक किया जा रहा है। जिस रफ्तार से धरती सूख रही है, हम सभी को बिना वक्त गंवाए रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम के साथ ही हर उस तकनीकी को अपनाना होगा, जिससे पानी को बचाया जा सके। यह बात बिल्कुल स्पष्ट है कि जल नहीं तो कल नहीं।
-रिद्धि किशोर गौड़, महामंत्री, शुभ संस्कार समिति