लखनऊ (ब्यूरो)। ट्रांसपोर्ट नगर में हुए हादसे की त्रिस्तरीय जांच शुरू हो गई है। एक तरफ जहां गुजरात से आई टीम कॉलम, बीम, सरिया एवं निर्माण सामग्री के आधार पर जांच कर रही है, वहीं दूसरी तरफ एलडीए और शासन स्तर से गठित टीम भी नक्शा व अन्य कई बिंदुओं के आधार पर जांच कर रही है। वहीं, मौके पर मलबा उठान का काम जारी है।
सही कारण पता लगाए जा रहे
ताश के पत्ते की तरह बिल्डिंग कैसे ढह गई, इसको पता लगाने के लिए कड़ी से कड़ी मिलाई जा रही है। जब नक्शा पास हुआ तब से लेकर बिल्डिंग निर्माण तक के पहलुओं को जोड़कर देखा जा रहा है। इसके साथ ही निर्माण सामग्री की जांच के लिए अलग से सैैंपलिंग की गई है। अभी तक की जांच में यह तो स्पष्ट हुआ है कि निर्माण सामग्री गुणवत्ता परक नहीं थी। हालांकि, अभी इसकी अधिकाधिक पुष्टि होना बाकी है।
कनेक्टेड बिल्डिंग्स पर नजर
टीपी नगर में अब ऐसी बिल्डिंग्स की भी जांच हो सकती हैैं, जो इंटर कनेक्टेड हैैं, मतलब जो एक दूसरे से जुड़ी हुई हैैं। इनके भी नक्शे की जांच होगी। दरअसल में, टीपी नगर हादसे में जो बिल्डिंग गिरी है, वह पड़ोस में स्थित बिल्डिंग से कनेक्टेड थी। इसे ध्यान में रखते हुए ही एलडीए की ओर से अपने स्तर से जांच शुरू कराई जा रही है। यहां भी नक्शे का मिलान किया जाएगा।
रिपोर्ट में ये बिंदु होंगे शामिल
1-नक्शा स्वीकृति और उसके अनुरूप निर्माण
2-निर्माण सामग्री की गुणवत्ता
3-दो बिल्डिंग कनेक्टेड कैसे थीं
4-बिल्डिंग गिरने की वजह
मलबा बन रहा मुसीबत
नगर निगम की ओर से जो मलबा उठाया जा रहा है, उसे गोमतीनगर स्थित आरआर विभाग में रखा गया है। चूंकि मलबे में दवाइयां मिक्स हैैं, इसकी वजह से उससे तेज दुर्गंध उठ रही है। ऐसे में निगम कर्मियों को अपनी हेल्थ की चिंता भी सता रही है। वहीं मौके पर जो दवाइयां फैली हुई हैैं, उन्हें लेने कोई नहीं आ रहा है। बुधवार को भी मलबा उठान का काम जारी रहा।