लखनऊ (ब्यूरो)। एक तरफ जहां शहर के अलग-अलग हिस्सों में फ्लाईओवर बनने से पब्लिक को ट्रैफिक जाम की समस्या से राहत तो मिली, लेकिन फ्लाईओवर के नीचे खाली स्पेस अवैध कब्जों का गढ़ बन चुके हैैं। आलम यह है कि कहीं कारों की पार्किंग हो रही है तो कहीं दुकानें लग रही हैैं। इसके बावजूद जिम्मेदारों की ओर से अभी तक इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
यह बना था प्लान
हाल में ही निगम प्रशासन की ओर से यह प्लान बनाया गया था कि फ्लाईओवर के नीचे खाली स्पेस में ग्रिल लगाई जाएगी साथ ही उसमें हरियाली भी डेवलप की जाएगी। वक्त गुजरता गया लेकिन ये योजना कागजों में ही सिमट कर रह गई। अब तो आलम यह है कि प्रमुख फ्लाईओवर्स के नीचे खाली स्पेस का जमकर मिसयूज हो रहा है।
लोकेशन 1
लालकुआं फ्लाईओवर
यहां फ्लाईओवर के नीचे कई प्वाइंट्स पर अवैध कब्जे नजर आए। कहीं पर दुकानें लगी हुई थीं तो कहीं घोड़ा बंधा हुआ था। इसके साथ ही कई प्वाइंट्स पर लोगों की कारें भी खड़ी हुई थी। हालांकि, कई प्वाइंट्स ऐसे भी नजर आए, जहां स्पेस अभी खाली था।
प्रयास-वार्ड पार्षद की ओर से फ्लाईओवर के नीचे खाली स्पेस में ग्रिल लगवाने के साथ ही वेंडिंग जोन डेवलप किए जाने संबंधी प्रस्ताव भेजने की बात कही गई है।
लोकेशन 2
निशातगंज फ्लाईओवर
इस फ्लाईओवर के नीचे आपको कई अस्थाई दुकानें नजर आ जाएंगी। यहां पर आपको सब्जी, फल से लेकर कॉस्मेटिक से जुड़ी अस्थाई दुकानें दिखेंगी। शाम के वक्त यहां पर खरीदारों की अच्छी खासी भीड़ होती है। इसकी वजह से कई बार फ्लाईओवर की सर्विस लेन पर जाम भी लगता है।
प्रयास-यहां भी वेंडिंग जोन बनाए जाने का प्लान बना था लेकिन अभी तक इंप्लीमेंट नहीं हो सका है।
लोकेशन 3
पुरनिया फ्लाईओवर
यह फ्लाईओवर बेहद महत्वपूर्ण है। यह अलीगंज चौराहे को पुरनिया तिराहे से कनेक्ट करता है। इसके नीचे भी अस्थाई दुकानें और कई कारें खड़ी नजर आ जाएंगी। कई कारों के ऊपर सेल का टैग भी लगा हुआ है। अस्थाई कार पार्किंग होने के बावजूद अभी तक इन्हें हटाने के लिए कोई कवायद नहीं हुई।
बिना परमीशन स्पेस यूज नहीं
कहीं भी अगर फ्लाईओवर बना हुआ है तो उसके नीचे खाली स्पेस को बिना नगर निगम या पीडब्ल्यूडी की परमीशन के यूज नहीं किया जा सकता है। अगर कोई ऐसा करता है तो उसे नियम विरुद्ध माना जाएगा। खाली स्पेस को ग्रिल लगाकर कवर किए जाने का प्राविधान है साथ ही वहां पर ग्रीनरी डेवलप हो सकती है। इसके साथ ही वेंडिंग जोन भी डेवलप हो सकता है।
मेट्रो से सीखने की जरूरत
अब अगर मेट्रो रूट की बात की जाए तो आपको कई जगह मेट्रो पिलर के नीचे खाली स्पेस नजर आएगा। मेट्रो प्रशासन ने खाली स्पेस का मिसयूज न हो, इसके लिए पूरे रूट पर खाली स्पेस पर ग्रीन लेन डेवलप कर रखी है। जिसके दो फायदे हैैं, एक तो अतिक्रमण नहीं होता, वहीं दूसरी तरफ ग्रीनरी डेवलप होने से हवा भी शुद्ध रहती है।
बोले जिम्मेदार
मेरी ओर से प्लान दिया जा रहा है कि लालकुआं फ्लाईओवर के नीचे खाली स्पेस में वेंडिंग जोन डेवलप हो, जिससे गरीब व्यक्ति यहां पर अपनी रोजी रोटी चला सकें।
सुशील तिवारी, पार्षद, लालकुआं
फ्लाईओवर के नीचे खाली स्पेस का मिसयूज न हो, इसके लिए वहां पर ग्रीनरी इत्यादि डेवलप की जानी चाहिए। जिम्मेदार विभाग को इस तरफ ध्यान देना होगा।
सचिन गुप्ता, व्यापारी, पुरनिया
फ्लाईओवर के नीचे खाली स्पेस में दुकानों को व्यवस्थित ढंग से लगवाया जाना चाहिए, जिससे किसी का रोजगार न खत्म हो। जिम्मेदारों को इस दिशा में प्लान बनाना चाहिए।
जावेद बेग, व्यापारी, निशातगंज
हमारी ओर से दो से तीन दिन के अंदर फ्लाईओवर्स के नीचे खाली स्पेस में ग्रीनरी डेवलप करने के लिए महापौर और नगर आयुक्त से फाइनल बात की जाएगी। इस बाबत पहले भी चर्चा हो चुकी है और चुनाव के बाद इस प्लान को इंप्लीमेंट किया जाएगा।
दिवाकर त्रिपाठी, सांसद प्रतिनिधि
फ्लाईओवर के नीचे खाली स्पेस में ग्रीनरी भी डेवलप कराई जाएगी साथ ही प्रॉपर तरीके से वेंडिंग जोन भी स्थापित किया जाएगा। इस बाबत काम शुरू करा दिया गया है।
इंद्रजीत सिंह, नगर आयुक्त