लखनऊ (ब्यूरो)। शहर के पॉश इलाके की रोड पर अगर कोई अंजान व्यक्ति आपकी कार की विंडो नॉक करे तो सावधान हो जाएं। दरअसल, शहर में एक ऐसा गैंग एक्टिव है जो एक्सीडेंट व टक्कर के बहाने लोगों पर दबाव बनाता है और फिर उनके साथी गाड़ी में रखा मोबाइल फोन उड़ा देते हैं। हाल ही में पॉलीटेक्निक चौराहे के पास भी ऐसी वारदात को अंजाम दिया गया था।

कार का शीशा नॉक कर बनाते हैं दबाव

ट्रैफिक सिग्नल व सुनसान रोड पर कार का शीशा नॉक कर बाइक से आने वाले युवक गाड़ी टकराने का हवाला देकर कार सवार पर दबाव बनाते हैं। उनके रौब व दबाव में कार चला रहे लोग अपनी विंडो ओपन कर देते हैं और कार से उतर कर उनके कहे अनुसार अपनी गाड़ी चेक करते हैं, फिर मौके का फायदा उठाकर गाड़ी में रखा मोबाइल फोन गायब कर दिया जाता है। जेल रोड स्थित पीडब्लूडी कॉलोनी में रहने वाले डॉ। संजय कुमार से इसी तरह बाइक सवार युवकों ने दवाब बनाकर गाड़ी में रखे उनके दो मोबाइल फोन उड़ा लिए।

फोन गुम होने की दर्ज करानी पड़ी कंप्लेन

दिन दहाड़े मोबाइल चोरी का कोई एविडेंस न होने के चलते मोबाइल मालिक को चोरी की जगह मोबाइल गुम होने की रिपोर्ट दर्ज करानी पड़ती है। शहर में लगाकर ऐसी वारदातें हो रही हैं। शातिर चोर ऐसे स्पॉट पर वारदात को अंजाम देते हैं जहां सीसीटीवी कैमरे नहीं होते हैं। इसके अलावा, ऐसे लोगों को टारगेट किया जाता है जो कार में अकेला हो। वे सुनसान जगहों पर वारदात को अंजाम देते हैं ताकि उनकी मदद को कोई आ न सके।

15 लाख के 70 मोबाइल फोन बरामद

उत्तरी सर्किल में पुलिस ने बुधवार को करीब 70 मोबाइल फोन बरामद किए। यह वे फोन थे जो लोगों के पास से गुम हो गए थे। सभी मोबाइल फोन के गुम होने की रिपोर्ट दर्ज थी। पुलिस का दावा है कि जिन 70 मोबाइल फोन को बरामद किया गया उनकी कीमत 15 लाख रुपये थी। हैरत की बात यह है कि सभी मोबाइल फोन गुम हुए थे, उनके से एक भी मोबाइल फोन चोरी के नहीं थे। न ही पुलिस ने किसी को गिरफ्तार किया है।