लखनऊ (ब्यूरो)। आज गांधी जयंती है यानि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का जन्मदिन। भारत की आजादी में उनका बड़ा और अहम योगदान था। आजादी की जंग के दौरान वह कई बार लखनऊ भी आये थे। आज लखनऊ में जगह-जगह बापू को श्रद्धांजलि देने के लिए भव्य कार्यक्रमों का आयोजन होगा। हालांकि, एक कड़वी हकीकत यह भी है कि शहर में गांधीजी की यादों से जुड़े कई स्थल बदहाल स्थिति में हैं। निशातगंज पुल के पास स्थित संकल्प वाटिका भी उनमें से एक है, जहां लगी महात्मा गांधी व पंडित जवाहरलाल नेहरू की मूर्ति और पार्क की दुर्दशा यहां आने वाले लोगों को निराश कर देती है। मूर्तियों पर लगी सीमेंट की परत जहां जगह-जगह से उखड़ चुकी है तो कुछ लोग गांधीजी की छाती पर प्रचार सामग्री चिपकाकर मूर्ति को गंदा करने में भी पीछे नहीं रहे।

बदहाली का शिकार हुईं मूर्तियां
संकल्प वाटिका में लगी महात्मा गांधी और जवाहरलाल नेहरू की मूर्ति मुंबई में हुई एक बैठक के दौरान ली गई इन महान स्वतंत्रता सेनानियों की एक चर्चित तस्वीर से प्रेरित होकर तैयार की गई थी। इसका अनावरण 2 अक्टूबर, 1995 को तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती द्वारा किया गया था। पर आज इस वाटिका की अनदेखी का आलम यह है कि यहां लगी ये मूर्तियां बदहाल हो चुकी हैं। इस पार्क में कूड़े का अंबार लगा रहता है। इतना ही नहीं, यह पार्क शराबियों का अड्डा भी बन चुका है, क्योंकि पार्क की देखभाल के लिए यहां कोई मौजूद नहीं रहता। वहीं दूसरी ओर, प्रदेश सरकार द्वारा मूर्तियों और स्मारकों की साफ-सफाई के कड़े निर्देश दिए गए हैं, लेकिन इस पार्क का नजारा कुछ और ही कहानी बयां कर रहा है। जिम्मेदार विभागों को अपना काम ईमानदारी से करना चाहिए, यही देश की आजादी में अहम योगदान देने वाले स्वतंत्रता सेनानियों को हमारी सच्ची श्रद्धांजलि होगी।