लखनऊ (ब्यूरो)। एकल आवासीय मानचित्र की आड़ में अवैध निर्माण कराए जाने का खेल सामने आया है। आलम यह है कि निर्माणकर्ताओं की ओर से प्राधिकरण से एकल आवासीय मानचित्र स्वीकृत कराया जा रहा है पर मौके पर अपार्टमेंट या कॉमर्शियल निर्माण कराए जा रहे हैैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए प्राधिकरण की ओर से निर्माणों की जांच शुरू करा दी है। प्राधिकरण को जो जानकारी मिली है, उससे साफ है कि एकल आवासीय नक्शा पास कराए जाने के बावजूद निर्माणकर्ता द्वारा बहुमंजिला इमारतें तैयार की जा रही हैैं, जो पूरी तरह से नियम विरुद्ध हैै। पढ़ें अभिषेक मिश्रा की रिपोर्ट

10 से अधिक निर्माण चिन्हित

प्राधिकरण की ओर से अभी तक 10 से अधिक निर्माण चिन्हित किए गए हैैं, जिनका एकल आवासीय मानचित्र पास हुआ है। अब प्राधिकरण की ओर से स्वीकृत मानचित्र के आधार पर कई बिंदुओं पर जांच की जा रही है, जिसमें यह देखा जा रहा है कि मानचित्र कब पास हुआ है और उसमें भू-उपयोग क्या था। इसके साथ ही यह भी देखा जा रहा है कि जो मानचित्र स्वीकृत कराया गया है, क्या उसके आधार पर ही मौके पर निर्माण चल रहा है या कोई अन्य निर्माण कराया जा रहा है। जांच रिपोर्ट आने के बाद संबंधित निर्माणों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

पांच मंजिला अपार्टमेंट का निर्माण

प्राधिकरण की ओर से हाल में ही एक ऐसे अपार्टमेंट के खिलाफ कार्रवाई की गई है, जिसका मानचित्र तो एकल आवासीय पास हुआ था, लेकिन मौके पर पांच मंजिला अपार्टमेंट तैयार कराया जा रहा था। इतना ही नहीं, अपार्टमेंट के ऊपरी फ्लोर पर पेंट हाउस भी तैयार कराया जा रहा था। यह मामला सामने आया था न्यू हैदराबाद में कॉल्विन कॉलेज के पास। यहां 335 वर्गमीटर में स्वीकृत एकल आवासीय मानचित्र के विपरीत पांच मंजिला अपार्टमेंट का निर्माण कराया गया था। प्राधिकरण की ओर से फिलहाल उक्त निर्माण को सील कर दिया गया है।

निर्माणों को लेकर सर्वे शुरू

एलडीए की ओर से सभी तरह के निर्माणों को लेकर सर्वे शुरू करा लिया गया है। इस सर्वे में आवासीय और कॉमर्शियल, दोनों तरह के निर्माण शामिल किए गए हैैं। दोनों तरह के निर्माणों में मानचित्र की जांच की जा रही है। जिसमें देखा जा रहा है कि मानचित्र कब स्वीकृत हुआ और स्थल पर कब से निर्माण शुरू हुआ। चूंकि एकल आवासीय मानचित्र में खेल करते हुए ज्यादातर आवासीय निर्माण कराए जा रहे हैैं, इसकी वजह से पूरा फोकस आवासीय निर्माणों पर किया जा रहा है और उनकी रिपोर्ट अलग से बनवाई जा रही है।

पब्लिक भी रखे ध्यान

प्राधिकरण की ओर से बार-बार अपील की जा रही है कि जनता किसी भी ऐसे प्रोजेक्ट में अपनी कमाई न फंसाए, जो पूरी तरह से अवैध हैैं। कहीं भी फ्लैट या प्लॉट खरीदने से पहले खरीदार इस बात का ध्यान जरूर रखें कि निर्माण का नक्शा पास है या नहीं। प्रोजेक्ट रेरा में रजिस्टर्ड है या नहीं। अगर जरा सा भी संदेह होता है तो उस प्रोजेक्ट से दूरी बना लें। रो-हाउसेस को लेकर भी एडवाइजरी जारी की गई है। दरअसल, रो हाउसेस के निर्माण में भी जमकर खेल किया जाता है। प्राधिकरण की ओर से अभी तक 200 से अधिक रो-हाउसेस के खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी है, जबकि 100 से अधिक प्रोजेक्ट्स की जांच चल रही है।

जहां कहीं भी नियम विरुद्ध निर्माण हो रहे हैैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। अभी तक कई अवैध निर्माणों के खिलाफ सीलिंग और ध्वस्तीकरण की कार्यवाही की जा चुकी है। प्राधिकरण से स्वीकृत एकल आवासीय मानचित्र एवं रो-हाउसेस को लेकर भी अलग से रिपोर्ट तैयार कराई जा रही है। जांच रिपोर्ट पूरी होने के बाद उनके खिलाफ भी एक्शन लिया जाएगा।

डॉ। इंद्रमणि त्रिपाठी, वीसी, एलडीए