- डेढ़ घंटे तक टीम ने कमरे, दरवाजे और गोली चलने के तरीके को किया रि-क्रिएट
- पुलिस व एफएसएल टीम के अलावा नहीं दी गई किसी को एंट्री
- आईएएस अफसर के भाई ने लगाया राजीव सिंह पर आरोप
LUCKNOW: सूडा डायरेक्टर की पत्नी अनिता की संदिग्ध मौत दिन पर दिन उलझती जा रही है। इसकी वजह एक तरफ परिवार में चल रहा आरोपों का घमासान तो दूसरी ओर घटना स्थल पर उठे सवालों का जवाब पुलिस द्वारा ना दे पाना है। मौत की गुत्थी सुलझाने के लिए एक बार फिर एफएसएल की टीम रविवार को घटना स्थल पहुंची और रि-क्रिएशन किया, जिससे साफ हो सके कि अनिता की मौत आत्महत्या थी या फिर सोची समझी साजिश का नतीजा।
डेढ़ घंटे तक पुलिस किया रि-क्रिएशन
अनिता की मौत की गुत्थी सुलझाने के लिए रविवार दोपहर एसपी नार्थ कीर्ति माधव, सीओ गोमतीनगर, चिनहट पुलिस के साथ एफएसएल की टीम आईएएस उमेश के घर पहुंची। टीम ने फर्स्ट फ्लोर स्थित उस कमरे का दोबारा निरीक्षण किया, जहां अनीता गोली लगने के बाद घायल अवस्था में मिली थीं। पुलिस टीम ने करीब डेढ़ घंटे तक टूटी सिटकनी, दरवाजे का टूटा लॉक, सोफा की दोबारा से जांच की। वहीं एफएसएल की टीम ने घटना को रि-क्रिएट करके पता लगाने की कोशिश की अनीता ने लाइसेंसी पिस्टल से खुद को गोली मारी थी या फिर किसी ने उन पर फायर किया था। पुलिस ने परिजनों से पूछताछ में यह जानकारी भी हासिल करने की कोशिश की कि अनिता की लाइसेंसी पिस्टल कहां रखी जाती थी और वह लोड रखी जाती थी या अनलोड।
एफएसएल की रिपोर्ट में अटकी गुत्थी
एसपी नार्थ सुकीर्ति माधव ने बताया कि फॉरेंसिक रिपोर्ट और रि-क्रिएशन की रिपोर्ट आने के बाद ही किसी नतीजे पर पहुंचा जा सकेगा। वहीं पुलिस ने एक बार फिर घर में मौजूद उनके बेटे और दोनों नौकर से पूछताछ की।
बाक्स- (सेकेंड कापी)
हेडिंग- राजीव सिर्फ भू माफिया ही नहीं, अपराधी भी हैं
LUCKNOW (8 Sept): सूडा डायरेक्टर उमेश सिंह के भाई प्रमोद सिंह ने रविवार सुबह एक प्रेस कांफ्रेंस बुलाई। उन्होंने आईएएस की पत्नी के चचेरे भाई राजीव सिंह पर आरोप लगाते हुए कहा कि राजीव केवल भू-माफिया ही नहीं हैं बल्कि उनका अपराधिक इतिहास भी है। हालांकि प्रमोद ना तो अपराधिक इतिहास से जुड़े दस्तावेज दिखा सके और ना ही भू माफिया होने के साक्ष्य दे सके। उनका कहना है कि आईएएस की कानपुर में नगर आयुक्त के पद पर तैनाती के दौरान राजीव ने उनसे कई बार गलत काम कराने का प्रयास किया, लेकिन उन्होंने मना कर दिया। इसी के बाद से वह रंजिश मानने लगा। ऐसे में पत्नी की मौत के मामले में रंजिश को कैश कराने के लिए ही हत्या का आरोप लगाकर केस दर्ज कराया है। वहीं उन्होंने पीएसी के एडीजी बीएन सिंह पर भी मिलीभगत का आरोप लगाया।
मीडिया के सामने बच्चों ने आने से किया इंकार
मां की मौत और परिवार में चल रहे आपसी द्वंद को देख आईएएस के बेटे और बेटी इस कदर परेशान हैं कि उन्होंने मीडिया के सामने आने से मना कर दिया। वहीं आईएएस के परिवार वाले और उनके ससुराल के कई सदस्य उनके पक्ष में हैं। बताया जा रहा है कि अनीता का कोई सगा भाई नहीं है। वह दो सगी बहनें ही थीं। उनकी बड़ी बहन रीना सिंह और उनके पति रिटायर्ड आईपीएस मदन गोपाल सिंह हैं। राजीव सिंह उनके चचेरे भाई हैं। परिवार के लोगों का कहना है कि उनके चचेरे भाई से बहुत अच्छे रिश्ते नहीं थे। भाई के रूप में एक मात्र उनके ममेरे भाई महेश्वर सिंह उनके काफी नजदीक थे। अनीता के ममेरे भाई भी आईएएस के पक्ष में खड़े हैं। उनकी बहन रीना और बहनोई रिटायर्ड आईपीएस मदन भी उमेश के पक्ष में हैं। वहीं पीएसी एडीजी बीके सिंह राजीव सिंह के सगे रिश्तेदार हैं।