लखनऊ (ब्यूरो)। यूट्यूब पर धार्मिक प्रचार से जुड़े वीडियो डालने वाले शिक्षक नवीन सैमुअल से एक करोड़ 38 लाख रुपये की धोखाधड़ी करने के आरोपी एडबर्ड प्रधान, चेतन निम्बू और नाइजीरियन इशूवाने इमेका को दिल्ली महरौली से साइबर क्राइम सेल ने गिरफ्तार किया है। गिरोह में शामिल ओथनेल राय और विक्रम थापा को पूर्व में गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।

गिफ्ट भेजने का दिया था झांसा

इंस्पेक्टर साइबर क्राइम सतीश साहू के मुताबिक, त्रिवेणीनगर निवासी शिक्षक नवीन सैमुअल चर्च में होने वाले धार्मिक कार्यक्रमों के वीडियो यूट्यूब पर अपलोड करते हैं। अगस्त 2022 में उनसे पौलेंड निवासी डॉ। फैलिक्स वारसा नाम के व्यक्ति सम्पर्क किया। फोन पर बातचीत के दौरान कथित फैलिक्स ने बताया कि वह नवीन के प्रयास से काफी प्रभावित है, इसलिए वह पौलेंड से गिफ्ट भेज रहा है। आरोपियों ने नवीन सैमुअल से करीब एक करोड़ 38 लाख रुपये अलग-अलग बैंक खातों में जमा कराए थे।

दिल्ली के महरौली से किया गिरफ्तार

पीडि़त की शिकायत पर सर्विलांस व बैंक अकाउंट ट्रैक किए जाने पर दार्जिलिंग निवासी विनोद थापा को 21 मार्च और चार अप्रैल को ओथनेल राय को पकड़ा गया। जिनसे गिरोह में शामिल दार्जिलिंग निवासी एडबर्ड प्रधान, चेतन निम्बे और नाइजीरिया निवासी इशूवाने इमेका का पता चला। जिन्होंने दिल्ली के मुनरिका और महरौली में ठिकाने बना रखे हैं। पूछताछ में एडबर्ड ने बताया कि धोखाधड़ी कर खातों में मंगाई गए रुपयों को इंटरनेट बैंकिंग के जरिए नाइजीरियरन इशूवाने इमेका के खाते में जमा किया जाता था। जिसके बाद नाइजीरिया में रुपये निकाल कर आपस में वह लोग बांट लेते थे। साइबर क्राइम सेल के फिरोज बदर ने बताया कि यह गिरोह कई अन्य लोगों से भी धोखाधड़ी कर चुका है। जिसकी जानकारी जुटाई जा रही है।