लखनऊ (ब्यूरो)। इटौंजा थाना क्षेत्र में महोना नहर पुलिया के पास सड़क किनारे स्थित हिंदुस्तान फायर वक्र्स नाम की दुकान में बुधवार सुबह लगभग 11 बजे बारूद से आग लग गई। इस हादसे में चार लोग घायल हो गए। जिनमें दुकान व कारखाना मालिक सहित तीन घायलों को पहले सीएचसी इटौंजा फिर सिविल हॉस्पिटल रेफर किया गया। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस, लेसा, फायर ब्रिगेड और राजस्व टीम ने मौके का निरीक्षण किया। पुलिस के मुताबिक, काम के दौरान यह हादसा हुआ है। घटना की जांच की जा रही है।
पेचकस से बारूद साफ करने के दौरान हादसा
महोना नगर पुलिया के पास मो। आरिफ निवासी इटौंजा की हिंदुस्तान फायर वक्र्स नाम से पटाखा बनाने और बेचने की दुकान है। इस दुकान का 2000 से 2024 तक का लाइसेंस भी है। आरिफ के मुताबिक, वह सुबह लगभग 11 बजे दुकान पर पेचकस से बारूद साफ कर रहा था। इसी दौरान बारूद ने आग पकड़ ली, जिससे धौरहरा लखीमपुर खीरी निवासी आमीन, नीलगांव अटरिया निवासी मो। इकरार और रहमत अली खुद मो। आरिफ झुलस गए। परिजनों ने सभी घायलों को पहले इटौंजा कस्बे में एक निजी हॉस्पिटल पहुंचाया। जहां से उनको पास ही इटौंजा सीएचसी पहुंचाया गया। यहां प्राथमिक उपचार के बाद मो। इकरार को सीएचसी पर रोककर बाकी तीनों को सिविल हॉस्पिटल के लिए रेफर कर दिया गया।
फायर सेफ्टी के मानक पूरे नहीं थे
मौके पर जांच करने पहुंची पुलिस को मौके पर मो। आरिफ की दुकान के अंदर आग से सुरक्षा के इंतजाम नहीं मिले। यहां पर न तो पानी की समुचित व्यवस्था के लिए पानी टंकी थी और न बालू की बाल्टियां और आग बुझाने के सिलेंडर पाए गए। जहां पटाखा बनाने का काम किया जा रहा था वहां कारखाने के आसपास जले बिस्तर और रजाई भी मिली, जिससे पता चलता है कि लोग रात में यहां सोते भी थे। पास ही दूसरी दुकान में लगी बुरादा की बोरियां भी थीं।
रिहायशी इलाके में चल रही थी दुकान
बारूद से आग की सूचना पर एसडीएम इटौंजा एचएच गुप्ता भी पहुंचे। उन्होंने यहां पर बिजली कनेक्शन की जांच करी, लेकिन वह मजह सौ मीटर दूर से निकली 1.32 लाख केवी क्षमता की बिजली लाइन को नजरअंदाज कर गए। पटाखा कारखाने से कुछ ही दूर पर एक बारात घर भी है, जबकि 60 से 80 मीटर के दूरी पर कई दूसरे मकान भी बने हुए हैं। लाइसेंस के मानकों में यह स्पष्ट है कि पटाखा बनाने की फैक्ट्री आबादी, बारात घर, बाजार आदि के आसपास नहीं होगी।
छह माह पहले बरगदी मगठ में हुआ था धमाका
छह माह पहले हुई घटना में बख्शी का तालाब थाना क्षेत्र के बरगदी मगठ में एक दो मंजिला मकान में चल रही अवैध पटाख फैक्टी में धमका होने से यहां पर मालिक जुबैर के शरीर के चीथड़े उड़ गए थे। जबकि उसके परिवार सहित आसपास के घरों के कुल आठ लोग घायल हो गए थे। इस हादसे में घायलों में सबसे अधिक संख्या छोटे बच्चों की थी। यहां पर न तो पटाखा बनाने का लाइसेंस था और न ही भंडारण का। राजनीतिक दबाव के चलते इस घटना को दबाने के लिए बरामद पटाखों के गत्तों को पास के तालाब में फेंक दिया गया था।