लखनऊ (ब्यूरो)। जलनिगम की ओर से तैयार किए जा रहे प्लांट की क्षमता करीब 60 एमएलडी है और इसके तीन से चार महीने में एक्टिवेट होने की संभावना है। मतलब गर्मी के मौसम में दो लाख की आबादी को पानी संकट का सामना नहीं करना पड़ेगा। खास बात यह है कि जनता के पास पहुंचने वाला पानी पूरी तरह से फिल्टर्ड होगा, मतलब शुद्ध जलापूर्ति। प्लांट को स्थापित करने का काम युद्धस्तर पर किया जा रहा है, जिससे जल्द से जल्द इसके माध्यम से जलापूर्ति शुरू हो सके और लाखों की जनता को इसका लाभ मिल सके।

आधा दर्जन वार्ड होंगे लाभांवित
इस नए वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट के शुरू होने से आधा दर्जन से अधिक वार्डों में रहने वाले लोगों को इसका लाभ मिल सकेगा। इन वार्डों में मुख्य रूप से गोलागंज, वजीरगंज, रानी लक्ष्मी बाई, जगदीश चंद्र बोस, हजरतगंज, यदुनाथ सान्याल व निशातगंज इत्यादि शामिल हैैं। ये सभी वार्ड घनी आबादी वाले वार्डों में शामिल हैैं। ऐसे में खुद अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट के शुरू होने से एक बड़ी आबादी को पेयजल संबंधी राहत मिलने जा रही है। बता दें कि इन इलाकों में अक्सर पेयजल संकट संबंधी समस्या भी सामने आती है, जो इस नए ट्रीटमेंट प्लांट के शुरू होने के बाद काफी हद तक दूर हो जाएगी।

अन्य इलाकों को भी राहत
इस नए ट्रीटमेंट प्लांट शुरू होने से अन्य इलाकों को भी खासी राहत मिलेगी। इसकी वजह यह है कि जब नया ट्रीटमेंट प्लांट शुरू हो जाएगा तो पुराने प्लांट पर लोड कम हो जाएगा। जिसकी वजह से दूसरे प्लांट से अन्य इलाकों को भरपूर पानी दिया जा सकेगा। जिससे अन्य इलाकों में रहने वाली जनता को भी भरपूर पानी मिल सकेगा।

तीन से चार माह में शुरू होगा
जलनिगम की ओर से पूरी कवायद की जा रही है कि तीन से चार माह में इस प्रोजेक्ट को शुरू कर दिया जाए। जिससे जनता को भरपूर पानी मिल सके। वहीं दूसरी तरफ प्लांट को लगाने संबंधी कार्य की लगातार मॉनीटरिंग भी की जा रही है, जिससे गुणवत्ता में कोई लापरवाही न हो सके।

बिल भी टेंशन नहीं देगा
एक तरफ जहां जनता को भरपूर पानी मिलेगा, वहीं दूसरी तरफ उनके पास सटीक पेयजल का बिल भी पहुंचेगा। जब जनता को भरपूर पानी मिलेगा तो बिल अदा करने में समस्या भी नहीं आएगी। 24 घंटे पानी मिलने से जनता खुशी खुशी पानी के बिल का भुगतान भी करेगी।