लखनऊ (ब्यूरो)। बलरामपुर अस्पताल की नेत्र रोग विभाग के ऑपरेशन थियेटर में मंगलवार को फॉल्स सीलिंग टूटकर गिरने से हड़कंप मच गया, जिसकी वजह से आंखों से संबंधित सभी सर्जरी को टालना पड़ा। इसकी वजह से मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। घटना उस वक्त हुई जब डॉक्टर व स्टाफ ऑपरेशन की तैयारी कर रहे थे।
प्लाटर टूटकर गिरा था
बलरामपुर अस्पताल की नेत्र रोग ओपीडी में रोजाना 200 से अधिक लोग दिखाने पहुंचते हैं, जहां कई मरीजों को आंख की विभिन्न सर्जरी लिखी जाती है। यहां पर मोतियाबिंद समेत अन्य नेत्र रोग संबंधित करीब 20-25 ऑपरेशन होते हैं। मंगलवार को ओटी में दो डॉक्टरों की ड्यूटी लगी थी। डॉक्टर ऑपरेशन के लिए मशीनों को व्यवस्थित कर ही रहे थे कि अचानक ओटी की फॉल्स सीलिंग तेज आवाज के साथ भरभराकर गिर गई। छत का प्लाटर टूटकर फॉल्स सीलिंग पर गिरा, जिसके बाद फॉल्स सीलिंग भी गिर गई।
टालने पड़े कई ऑपरेशन
अधिकारियों के मुताबिक, नेत्र रोग विभाग का भवन 120 से 140 साल पुराना है, जिसकी वजह से आए दिन यहां कोई न कोई समस्या आती रहती है, जो ठीक कराने के बावजूद बनी रहती है। फिलहाल मरम्मत के लिए ओटी के उपकरण को हटाया जाएगा। इसमें दो से तीन दिन का वक्त लग सकता है। ऐसे में, पहले से तय ऑपरेशन में कुछ दिक्कत हो सकती है। ओटी को दूसरे भवन में शिफ्ट करने पर भी विचार किया जा रहा है ताकि मरम्मत होने तक दूसरी जगह ऑपरेशन किया जा सके। वहीं, मामले को लेकर निदेशक डॉ। रमेश गोयल ने बताया कि बारिश के चलते प्लास्टर गिरा होगा। जल्द ही मरम्मत करा दी जाएगी।*******************************************************
लैब टेक्नीशियन को हटाने के लिए लिखा लेटर
बलरामपुर अस्पताल की पैथालॉजी में तैनात एक लैब टेक्नीशियन के गैर जिम्मेदाराना रवैया से परेशान होकर डॉक्टर से लेकर प्रभारी तक ने उसे हटाने के लिए लेटर लिखा है। पर इसके बावजूद अधिकारी अपनी मनमानी कर रहे हैं। शिकायत किए हुए 15 दिन बीतने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई है। जिससे लैब में काम करने वाले अन्य कर्मचारियों में बेहद रोष है। इससे लैब का काम भी प्रभावित हो रहा है। निदेशक डॉ। रमेश गोयल के मुताबिक, लेटर मिला है। जल्द ही टेक्नीशियन का पटल परिवर्तन कर दिया जायेगा।
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केजीएमयू से महिला आयोग ने मांगा जवाब
केजीएमयू के क्वीन मेरी अस्पताल में बिना अनुमति के सीसीटीवी कैमरे लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। मामले को लेकर महिला आयोग ने नोटिस जारी करते हुए केजीएमयू को कार्रवाई करने करने को कहा है। हालांकि, केजीएमयू प्रशासन ने एजेंसी संचालक को नोटिस जारी करके कैमरों की दिशा पहले ही बदलवा दी है। कुलसचिव आशुतोष कुमार द्विवेदी का कहना है कि प्रकरण को लेकर महिला आयोग का लेटर मिला है। सीसीटीवी की दिशा पहले ही बदली जा चुकी है। इसके बारे में आयोग को भी अवगत कराया जायेगा।