लखनऊ (ब्यूरो)। शहर का नेशनल पीजी कॉलेज अब स्टूडेंट्स को एंटरप्रिन्योरशिप के गुर सिखाएगा। कॉलेज स्टूडेंट्स को अपना स्टार्टअप शुरू करने से लेकर एक सफल इंडस्ट्रियलिस्ट बनने की ट्रेनिंग मुहैया कराएगा। इसके लिए कॉलेज प्रशासन ने दिल्ली स्थित इंस्टीट्यूट फॉर डेवलपमेंट के साथ एमओयू किया है। आईआईडी के जरिए कॉलेज में उद्यम सुविधा केंद्र खोलने की तैयारी है, इससे स्टूडेंट्स को भी अपनी स्टार्टअप या छोटी इंडस्ट्री लगाने में मदद की जाएगी।
एमओयू साइन किया गया
नेशनल पीजी कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो। देवेंद्र कुमार के मुताबिक, स्टूडेंट्स के बीच एंटरप्रिन्योरशिप और इनोवेशन को लेकर लगातार बढ़ावा दिया जा रहा है। इसी को ध्यान में रखते हुए समाधान समूह के संस्थापक इंस्टीट्यूट फॉर डेवलपमेंट के साथ एक एमओयू साइन किया गया है। यह आईआईडी एमएसएमई मंत्रालय के साथ एक वर्चुअल इक्यूबेटर है। इसके जरिए स्टूडेंट्स को प्रैक्टिकल ट्रेनिंग के साथ साथ एंटरप्रिन्योरशिप और सेल्फ एंपलॉयमेंट के लिए सलाह भी दी जाएगी। स्टूडेंट्स आईआईडी के जरिए उसके कामकाज को भी देख और उनसे जुड़कर उनकी प्रॉजेक्ट रिपोर्ट और उनके मॉडलों को भी फ्री में डाउनलोड कर सकेंगे। इससे उनका व्यवहारिक ज्ञान बढ़ेगा।
फॉरेंसिक सर्टिफिकेट के लिए आवेदन
नेशनल पीजी कॉलेज की ओर से चलाए जा रहे फॉरेंसिक साइंस सर्टिफिकेट कोर्स की शुरुआत करने जा रहा है। इसके लिए भी नेशनल पीजी कॉलेज ने फॉर्म जारी कर दिए हैं। स्टूडेंट्स इस कोर्स में अप्लाई कर सकते हैं। कॉलेज प्रशासन के मुताबिक, यह कोर्स 12वीं पास करने वाले, किसी भी ब्रांच के स्टूडेंट भर सकते हैं। कॉलेज ने 40 सीट अलॉट की है। इसके अलावा नेशनल पीजी कॉलेज के स्टूडेंट्स भी इस कोर्स में एंरोलमेंट करा सकते हैं। 15 फरवरी तक आवेदन किया जा सकता है। कोर्स के लिए रजिस्ट्रेशन फीस 100 रुपये है। फॉरेंसिक साइंस कोर्स के लिए क्लासेज शाम में चलेगी, जो फरवरी के तीसरे हफ्ते से शुरू होंगी। साथ ही यह कोर्स भी तीन महीने का होगा। स्टूडेंट्स को फीस के लिए 4000 रुपये शुल्क जमा करना होगा।
एनईपी के तहत कॉलेजों में वोकेशनल कोर्सेस पर काफी जोर दिया जा रहा है। इस वोकेशनल कोर्सेज में इंटर्नशिप वाले पार्ट को कवर करने के लिए हम कॉमर्स के छात्रों को यह सुविधा दे रहे हैं। एंटरप्रिन्योरशिप सेंटर के लिए हमने आईआईडी के साथ एमओयू किया है, जो भारत सरकार के लिए डिजिटल इंक्यूबेशन सेंटर की भी भूमिका निभाता है। इस सुविधा केंद्र के जरिए जो स्टूडेंट्स अपना स्टार्टअप शुरू करना चाहते हैं, उन्हें कॉलेज उन्हें पूरी जानकारी मुहैया कराएगा। फिलहाल यह सुविधा कॉमर्स स्टूडेंट्स के लिए है, लेकिन इसके रिस्पॉन्स को देखने के बाद इसे अन्य स्टूडेंट्स के लिए भी शुरू कराया जाएगा।
प्रो। देंवेंद्र कुमार सिंह, प्रिंसिपल, नेशनल पीजी कॉलेज