लखनऊ (ब्यूरो)। सुशांत गोल्फ सिटी पुलिस ने मंगलवार को लोटस पब्लिक स्कूल के पास सेक्टर न्यू ए-4 के एक फ्लैट में छापेमारी कर आठ लोगों को अरेस्ट कर लिया। पुलिस ने फ्लैट से प्रयागराज से किडनैप किए गए दो युवकों को भी बरामद किया। किडनैपर्स ने साइबर फ्रॉड का काल सेंटर चलाने के लिए दोनों युवकों का अपहरण किया था। दोनों को कई दिनों से फ्लैट में बंधक बनाकर रखा था। पुलिस टीम ने छत्तीसगढ़ के साइबर क्रिमिनल्स गैैंग को पकड़ा और उनके पास से साइबर फ्रॉड के कई सामान भी बरामद किए।
पकड़े गए आरोपी छत्तीसगढ़ के साइबर क्रिमिनल्स
एसीपी गोसाईंगंज किरन यादव के मुताबिक, गिरफ्तार किडनैपर्स में छत्तीसगढ़ के दुर्ग डिस्ट्रिक्ट के सेक्टर छह भिलाईनगर का रहने वाला राजा खां, जेवरा सिरसा निवासी सैलाब दीवान, कुर्सी पार लेबर कालोनी का रहने वाला अमन ङ्क्षसह, सेक्टर सात स्ट्रीट का रहने वाला एम सुज्वाय, राजा नारायण पाल, बाबा कालोनी मिलन का महेश विश्वकर्मा, भिलाई पावर हाउस का जितेंद्र साहू और भिलाई गणेश चौक का रहने वाला सचिन कुमार शाह शामिल हैं। राजा खां गैैंग का मास्टरमाइंड है। गैैंग महादेव गेङ्क्षमग एप के माध्यम से लोगों को रुपये जीतने का झांसा देकर वाट््सएप और टेलीग्राम पर ङ्क्षलक भेजकर ठगी करता था।
किराए के फ्लैट में रखकर करते थे फ्रॉड
एसीपी किरन यादव ने बताया कि करीब एक माह पहले राजा खां ने सुशांत गोल्फ सिटी इलाके में फ्लैट किराये पर लिया था और वहीं से साइबर फ्रॉड का काल सेंटर चलाने की तैयारी कर रहा था। फ्लैट पर मिले किडनैप किए गए युवक अंकित पटेल और उसका साथी अनीश कुमार ङ्क्षसह हैं। अंकित मूलरूप से प्रतापगढ़ जिले के लालगंज पुरवारा कटरा का रहने वाला है। वह अनीश के साथ छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के सेक्टर सात भिलाई में रहता था।
गेमिंग एप की आईडी व पासवर्ड के लिए किया किडनैप
अंकित और अनीश दोनों इंटरनेट मीडिया व कंप्यूटर एक्सपर्ट हैं। राजा भी अंकित और अनीश का परिचित है। राजा ने गेङ्क्षमग एप से संबंधित आईडी और पासवर्ड बिना जानकारी के अंकित व अनीश से बनवाया था। इसके लिए राजा को तीन लाख रुपये का भुगतान करना था। तीन लाख रुपये का भुगतान न होने पर अंकित और अनीश आईडी, पासवर्ड उसे नहीं दे रहे थे।
ट्रेन का रिजर्वेशन टिकट भेज कर बुलवाया
बीते दिनों राजा ने रुपयों का भुगतान करने और कुछ काम देने के बहाने से अंकित और अनीश को प्रयागराज बुलाया। दोनों का ट्रेन में रिजर्वेशन भी कराया। अंकित और अनीश प्रयागराज पहुंचे। वहां राजा और उसके साथियों ने दोनों का अपहरण किया और पीटते हुए लखनऊ ले आए। यहां दोनों को बंधक बनाकर फ्लैट में रखा था। अंकित बीते दिनों अपहर्ताओं के चंगुल से कुछ देर के लिए छूटा तो उसने लोकेशन और मैसेज अपने भाई पवन कुमार पटेल के मोबाइल पर भेज दी थी। पवन लोकेशन के आधार पर सुशांत गोल्फ सिटी पहुंचे। यहां थाने पहुंचकर उन्होंने तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया।
किडनैप युवकों की भी होगी जांच
इंस्पेक्टर अंजनी कुमार मिश्रा ने टीम बनाकर फ्लैट की घेराबंदी कर छापेमारी की। इंस्पेक्टर ने बताया कि प्राथमिक जांच में अंकित और अंजनी के गैैंग से मिले होने की पुष्टि नहीं हुई है। अगर कहीं ठगी में दोनों की भूमिका मिली तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने आरोपियों के पास से 18 मोबाइल, चार लैपटाप और चार्जर, क्यू आर कोड, स्पीकर बाक्स, पांच सिम कार्ड, दो चेकबुक, नौ एटीएम कार्ड, एक पैन कार्ड व एक आधार कार्ड बरामद किए हैं।
25 से 45 हजार में खरीदते थे बैंक अकाउंट
इंस्पेक्टर अंजनी कुमार मिश्रा ने बताया कि गैैंग के मेंबर्स छत्तीसगढ़ समेत कई अन्य स्थानों पर गेङ्क्षमग एप से ठगी का काल सेंटर चला चुके हैं। आरोपी ठगी के रुपये मंगाने के लिए दूसरों के बैंक खाते खरीदते थे। सेविंग अकाउंट के लिए 25 और करंट अकाउंट के लिए वह 45 हजार रुपये तक देते थे। कुछ दिन तक उनमें रुपये मंगवाते थे। अगर पुलिस कार्रवाई करके खाता फ्रीज कर देती थी तो उसमें रुपये मंगवाने बंद कर देते थे। कुछ खाते गिरोह के लोगों ने फर्जी नाम पते से भी बैंकों में खुलवाए हैं। गिरोह के पास से मिले दस्तावेजों की जांच की जा रही है। गैैंग अधिक दिन तक सिम और मोबाइल भी यूज नहीं करता था। गिरोह के लोगों के खिलाफ छत्तीसगढ़ में भी मुकदमे दर्ज हैं।