लखनऊ (ब्यूरो)। चाइनीज मांझा राजधानी में बीते कुछ महीनों में दर्जनों लोगों को घायल कर चुका है। कुछ महीनों पहले इसकी वजह से एक बाइक सवार की जान तक चली गई थी। चाइनीज मांझे पर प्रतिबंध तो सालों पहले लग गया था, उसके लिए नियम कानून भी बने थे, लेकिन जमीनी हकीकत उससे परे है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने 'चाइनीज थ्रेट' अभियान चलाकर इससे जुड़े जिम्मेदार लोगों की भूमिका को सामने लाने का प्रयास किया। इस अभियान से जुड़ी जनता ने भी बताया कि आखिर इस मांझे की ब्रिकी पर लगाम क्यों नहीं लग पा रही है

'एक्स' पर जनता ने दी अपनी राय

सवाल: चाइनीज मांझे से लोगों की जिंदगी खतरे में है। हादसे दर हादसे के बाद भी कार्रवाई महज कागजों तक सीमित है। आप बताएं कि कैसे इस मांझे पर रोक लग सकती है?

ये विकल्प दिए गए

1. बिक्री नियमों का पालन -17 प्रतिशत

2. मांझा विक्रेताओं पर सख्ती-40 प्रतिशत

3. विभागों की जिम्मेदारी तय-31 प्रतिशत

4. पब्लिक भी जागरूक हो-12 प्रतिशत

बेचने वालों पर हो सख्ती

एक्स पर पूछे गए सवाल के जबाव में 40 प्रतिशत लोगों का कहना था कि चाइनीज मांझा बेचने वालों पर सख्ती से कार्रवाई होनी चाहिए, फिर चाहे वह दुकानों पर चोरी छिपे बिक रहा हो या फिर ऑनलाइन अलग-अलग साइट्स पर। बैन होने के बावजूद राजधानी में कई जगहों पर चाइनीज मांझे की बिक्री हो रही है। इसका सबूत है चाइनीज मांझे से बीती 16 जून को हुई बाइक सवार युवक की मौत और आए दिन इससे होने वाले हादसे।

विभागों की जिम्मेदार तय, फिर भी कार्रवाई जीरो

एक्स पर पूछे गए सवाल के जवाब में 31 प्रतिशत लोगों का कहना था कि चाइनीज मांझे की बिक्री के पीछे विभागों की जिम्मेदारी तय होनी चाहिए। हालांकि, एनजीटी की धारा 188 के तहत तीन साल पहले ही चाइनीज मांझा पर प्रतिबंध लगा दिया गया था और इस पर अंकुश लगाने के लिए पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड, जिला प्रशासन व नगर निगम को जिम्मेदारी सौंपी गई थी। इन तीनों विभागों की मदद के लिए पुलिस विभाग को भी निर्देश दिया गया था।

बिक्री नियमों का नहीं हो रहा पालन

चाइनीज मांझा की बिक्री पर प्रतिबंध तो लगाया है, लेकिन उसे पूरी तरह से रोका नहीं जा रहा। 17 प्रतिशत लोगों का कहना है कि चाइनीज मांझा के बिक्री के नियमों का सख्ती से पालन कराया जाना चाहिए, ताकि वह खुलेआम बाजारों के अलावा ऑनलाइन भी इसकी बिक्री न हो सके।

पब्लिक को भी जागरूक होना चाहिए

12 प्रतिशत लोगों ने एक्स पर यह भी कहा कि जनता को भी अवेयर होना होगा और चाइनीज मांझे के इस्तेमाल से बचना होगा। यह न सिर्फ इंसानों के लिए बल्कि कई बार पक्षियों के लिए भी मुसीबत बन जाता है। मेट्रो का संचालन भी इसकी वजह से कई बार बाधित हो चुका है।

ये सुझाव भी दिए लोगों ने

चाइनीज मांझा बहुत खतरनाक होता है और यह कई बार हादसों की वजह बनता है, जिसके चलते लोगों की जान तक पर बन आती है। इसपर लगे बैन का पालन कराने को लेकर ïिवभागों को अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए।

-गोपाल

चाइनीज मांझे के इस्तेमाल पर सख्ती से प्रतिबंध लगना चाहिए। यह केवल इंसानी जिंदगी नहीं बल्कि पशु-पक्षियों के साथ-साथ मेट्रो सिस्टम के लिए भी बहुत खतरनाक साबित होता है।

-चंद्रकांत वर्मा

चाइनीज मांझे को लेकर नियम कानून को बना दिए गए हैं, लेकिन इन नियमों का पालन होना भी जरूरी है। जिम्मेदार विभागों को कार्रवाई करनी चाहिए ताकि समय रहते होने वाले हादसों को रोका जा सके।

-संजीव पांडेय

चाइनीज मांझे की बिक्री पर रोक न लगने के दो मुख्य कारण हैं। पहला तो प्रशासन पूरी सख्ती से रोक लगाने के प्रयास नहीं कर रहा और दूसरा आम लोगों भी जिम्मेदार हैं, जो इसके दुष्प्रभाव जानते हुए भी जागरूक नहीं है।

-प्रदीप पांडेय

चाइनीज मांझे से जब हादसा होता है तो कुछ जगहों पर छापा मारकर प्रशासनिक तंत्र औपचारिकता पूरी कर लेता है। अगर इस पर पूरी तरह लगाम लगाने की इच्छाशक्ति हो तो यह ऐसी समस्या नहीं है जिसे खत्म नहीं किया जा सकता।

-इंद्रेश कुमार