लखनऊ (ब्यूरो)। हिंदू पंचांग के अनुसार, कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी तिथि में समुंद्र मंथन के समय आयुर्वेद के देवता भगवान धंवतरि अमृत का कलश लेकर निकले थे। यही वजह है कि इस तिथि को धन्वंतरि जयंती भी कहते हैं। आज के दिन भगवान धन्वंतरि की पूजा करने से पूरे वर्ष भर आरोग्यता बनी रहती है। धनत्रयोदशी अर्थात धनतेरस के दिन शनिवार है। पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र दिवा 1:30 तक, इसके पश्चात उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र भोग करेगी व ब्रह्म योग व गोधूलि वेला में त्रयोदशी तिथि मिल रही है, इसलिए इस बार की धनत्रयोदशी अत्यंत शुभ मानी जा रही है।
नया सामान खरीदना बेहद शुभ
ज्योतिषाचार्य पं। राकेश पांडेय के अनुसार, धनतेरस के अवसर पर खरीदारी का सर्वोत्तम समय शाम को 6:44 से रात्रि 8:45 के बीच का बन रहा है। इस दौरान नया सामान खरीदना बेहद शुभ रहेगा। वहीं, आज के दिन कुबेर, गणेश व लक्ष्मी जी के पूजन का विधान शास्त्रों में बताया गया है। व्यापारी वर्ग को चाहिए की धन त्रयोदशी के दिन ही अपने व्यापारिक स्थल पर स्थिर लग्न व गोधूलि वेला वृष लग्न में पूजन करें। जो शाम 6:44 से 8:41 तक व रात्रि काल सिंह लग्न रात्रि 1:12 से 3:26 बजे तक है। इस लग्न में गणेश लक्ष्मी व कुबेर जी का पूजन करें जिससे पूरे वर्ष भर व्यापार में बढोत्तरी होती रहती है और लक्ष्मी-गणेश व कुबेर जी की कृपा सदैव बनी रहती है। धर्मशास्त्रों के अनुसार, धन त्रयोदशी तिथि में नवीन बर्तन, चांदी, सोना आदि खरीदना चाहिए। ऐसा माना जाता है की इस दिन धातु के वर्तन या अन्य वस्तुएं खरीदना शुभप्रद होता है।
राशियों पर पड़ेगा यह प्रभाव
मेष-व्यापार में वृद्धि व धन लाभ
वृष-रोग से भयमुक्ति को भगवान शिव की उपासना से लाभ
मिथुन-धनप्राप्ति व व्यापार में वृद्धि, परंतु स्वास्थ के प्रति सावधान रहें
कर्क-शत्रु से भयमुक्ति को भगवती की उपासना करें, सफेद वस्तुएं दान करने से लाभ
सिंह-आकस्मिक धन, लाभ व रुके हुए कार्य संपन्न होंगे
कन्या-व्यापार में वृद्धि परंतु मानसिक कष्ट हो सकते हैं, श्री गणेश जी को दूर्वा अर्पित करें
तुला-अपव्य परंतु भगवान शिव के आराधना से कार्यों में सफलता मिलेगी
वृश्चिक-निरर्थक भागदौड़ परंतु हनुमान जी की आराधना करें, लाल वस्तुएं दान करें समस्याएं दूर होंगी
धनु-अचानक धन लाभ, व्यापार में वृद्धि
मकर-रोग की बाहुल्यता परंतु हनुमान जी आराधना करने से लाभ
कुंभ-कार्यों में वृद्धि व धन लाभ
मीन-मानसिक कष्ट परंतु पीले वस्तुओं के दान से लाभ संभव
ब्रह्म योग व गोधूलि वेला में त्रयोदशी तिथि मिल रही है, इसलिए इस बार की धनत्रयोदशी अत्यंत शुभ मानी जा रही है।
-ज्योतिषाचार्य पं। राकेश पांडेय