लखनऊ (ब्यूरो)। अगर आप कभी बंदरों के झुंड में फंस जाएं या आपको घर की छत पर बंदर घेर लें तो परेशान न हों और उनसे बचने के लिए दौड़ न लगाएं। अगर आप ऐसा करेंगे तो निश्चित रूप से बंदर आप पर हमला कर सकते हैैं। सबसे बेहतर यही होगा कि आप धैर्य बनाए रखें और धीरे-धीरे उस स्थान से हटें, जहां बंदरों ने आपको घेरा हुआ है। वहीं, अगर बंदर आपको काट ले तो बिल्कुल भी लापरवाही न बरतें और तत्काल अस्पताल में जाकर एंटी रैबीज इंजेक्शन लगवाएं। अगर आप ऐसा नहीं करते हैैं तो भविष्य में आपको हेल्थ संबंधी इश्यू हो सकता है।

सभी बंदर हमला नहीं करते

अमूमन लोग मानते हैैं कि सभी बंदर हमलावर होते हैैं, जबकि ऐसा नहीं है। ज्यादातर बंदर उसी वक्त हमला करते हैैं, जब वे या तो भूखे होते हैैं या आप उन पर पत्थर इत्यादि मारते हैैं। ऐसे में आप इस बात का जरूर ध्यान रखें कि घर की छत या कहीं भी बंदर दिखने पर आप उन पर पत्थर इत्यादि न मारें। अगर ऐसा करेंगे तो आपके लिए मुश्किल खड़ी हो सकती है।

इन इलाकों में ज्यादा दिक्कत

राजधानी के पुराने एरियाज जैसे चौक, अमीनाबाद, आलमबाग, राजाजीपुरम, कैसरबाग, घंटाघर, सदर में तो लंबे समय से बंदरों की समस्या है, वहीं अब नए इलाके भी इस समस्या की जद में आ गए हैैं। इन इलाकों में आशियाना, इंदिरानगर, तकरोही, इस्माइलगंज सेकंड, एल्डिको उद्यान, उतरेठिया, तेलीबाग आदि शामिल हैैं। इसके साथ ही कई अन्य इलाकों में भी समय-समय पर बंदरों के आतंक की समस्या सामने आती रहती है, जिसकी वजह से लोग परेशान रहते हैैं।

घायल बंदर से रहें सावधान

अगर आपको कहीं भी घायल बंदर नजर आता है तो उससे थोड़ी दूरी बनाकर रहें। अक्सर घायल बंदर लोगों पर हमला कर देते हैैं और वजह होती है उन्हें लगी चोट। कई बार लोग पत्थर या एयर गन से बंदर को घायल कर देते हैैं, जिसके चलते वो या उसके साथी हमलावर हो जाते हैैं। ऐसी कंडीशन में प्रयास करें कि बेवजह किसी बंदर पर हमला न करें।

एंटी रैबीज इंजेक्शन लें

अगर आपको बंदर काट ले तो तुरंत अपने चिकित्सक या सरकारी अस्पताल में जाएं और एंटी रैबीज इंजेक्शन लगवाएं। जैसे डॉग के काटने के बाद रैबीज होने का खतरा रहता है, ठीक उसी तरह बंदर के काटने पर भी रैबीज का ही संक्रमण होता है। ऐसे में जरूरी है कि बंदर के काटने के बाद जल्द से जल्द एंटी रैबीज इंजेक्शन लगवाएं साथ ही डॉक्टर द्वारा बताए गए ट्रीटमेंट को फॉलो करें।

रोज लगने वाले इंजेक्शन का आंकड़ा

-100 के करीब इंजेक्शन लग रहे लोकबंधु में

-100 के करीब ही इंजेक्शन लग रहे सिविल में

-80 के करीब इंजेक्शन लग रहे बलरामपुर में

कोई भी जानवर काटे या खरोंच लगे तो बिना देर किए डॉक्टर को दिखाएं। इसके साथ ही एंटी रैबीज इंजेक्शन जरूर लगवाएं, जो सरकारी अस्पताल में फ्री लगती हैं।

-डॉ। अजय शंकर त्रिपाठी, एमएस, लोकबंधु अस्पताल

वाट्सएप पर शेयर की समस्या

1-यह बात सही है कि इस समय बंदरों की समस्या तेजी से बढ़ रही है। ऐसे में वन विभाग को तत्काल अभियान चलाने की जरूरत है।

रमेश, आशियाना

2-मेरे इलाके में भी लंबे समय से बंदरों के आतंक की समस्या है। स्थिति इतनी खराब है कि कई बार तो घर से बाहर निकलने तक में डर लगता है।

आशीष, तकरोही

3-मेरे घर की छत पर अक्सर बंदर आ जाते हैैं और सामान अस्त व्यस्त कर देते हैैं। इसके बावजूद अभी तक इनकी धरपकड़ के लिए कोई अभियान नहीं चलाया जा रहा है।

रामशरण, वृंदावन

4-मेरे एरिया में डॉग्स के साथ-साथ बंदरों ने भी उत्पात मचा रखा है। अक्सर ये लोगों पर हमला कर देते हैैं। इनकी वजह से एरिया के लोग दहशत में हैं।

विनीत, उतरेठिया

5-बंदरों की धरपकड़ के लिए जल्द से जल्द अभियान चलाए जाने की जरूरत है। जिससे हर किसी को राहत मिल सके। इसके साथ ही इस बात का भी ध्यान रखा जाए कि हरियाली भी विकसित की जाए।

विवेक, कुर्सी रोड

6-बेवजह बंदरों पर हमला नहीं किया जाना चाहिए। जब बंदरों पर कोई पत्थर मारता है, तभी बंदर हमला करते हैैं। ऐसे में हर किसी को इस बात का ध्यान रखना चाहिए।

गुड्डू, आलमबाग