लखनऊ (ब्यूरो)। दीपावली के अवसर पर पटाखों से सबसे ज्यादा दुर्घटनाएं होती हैं। इसी को देखते हुए राजधानी के सभी सरकारी अस्पतालों और मेडिकल संस्थान में अलर्ट जारी कर दिया गया है। जिसके तहत बेड से रिजर्व कर दिए गये हैं। वहीं, बर्न यूनिट को भी अलर्ट कर दिया गया है। सीएमओ द्वारा अस्पतालों, सीएचसी और पीएचसी को अलर्ट पर रखा गया है।
केजीएमयू व लोहिया में बेड रिजर्व
केजीएमयू ट्रामा के सीएमएस डॉ। प्रेमराज ने बताया कि दीपावली पर बर्न पेशेंट काफी आते हैं। इसको देखते हुए ट्रामा में 10 बेड रिजर्व किए गये हैं। साथ ही प्लास्टिक सर्जरी, न्यूरो सर्जरी व ट्रामा सर्जरी के डॉक्टर्स की टीम बनाई गई है। साथ ही डॉक्टर्स ऑन कॉल मौजूद रहेंगे। इसके अलावा सभी जरूरी दवाइयां स्टॉक कर ली गई हैं। जरूरत पड़ने पर बेडों की संख्या को बढ़ाया जा सकता है। वहीं, लोहिया संस्थान के प्रवक्ता डॉ। भुवन चंद्र तिवारी ने बताया कि बर्न पेशेंट को देखते हुए सर्जरी विभाग को तैयारी के लिए बोला गया है। जिसके लिए 20 बेड रिजर्व किए गये है। साथ ही इमरजेंसी में 4 एचडीयू बेड रिजर्व किए गये हैं।
सिविल में 25 एक्स्ट्रा बेड रिजर्व
राजधानी का सबसे बड़ा बर्न यूनिट सिविल अस्पताल में है। सिविल अस्पताल के सीएमएस डॉ। राजेश श्रीवास्तव के मुताबिक, दीपावली के मद्देनजर आतिशबाजी से जलने वाले मरीजों के लिए सभी व्यवस्थाएं पूरी कर ली गई हैं। अस्पताल के वार्ड में 25 बेड और इमरजेंसी में आठ बेड पहले से ही हैं। इसके अलावा, अतिरिक्त 25 बेड बर्न मरीजों के लिए रिजर्व किए गए हैं, जिसके लिए 24 घंटे ऑन कॉल सर्जन डॉ। आरपी सिंह और डॉ। शेखर भारद्वाज उपलब्ध रहेंगे, जबकि जूनियर डॉक्टर इमरजेंसी में तैनात रहेंगे। इसके अलावा सभी डॉक्टर्स को अलर्ट पर रखा गया है।
यहां भी बेड हुए रिजर्व
बलरामपुर अस्पताल के सीएमएस डॉ। एनबी सिंह ने बताया कि यहां भी बर्न वार्ड में 11 बेड रिजर्व किए गए हैं। अस्पताल में ब्लड स्टोरेज, सर्जिकल सामान और दवाइयों का पर्याप्त स्टॉक है। नेत्र रोग विभाग में भी डॉक्टरों की ऑन कॉल ड्यूटी रहेगी और इमरजेंसी में जूनियर डॉक्टरों की तैनाती की गई है। वहीं, लोकबंधु अस्पताल के सीएमएस डॉ। राजीव दीक्षित के मुताबिक, बर्न मरीजों के लिए छह बेड रिजर्व किए गए हैं। सांस और ऑर्थोपेडिक मरीजों के लिए भी छह-छह बेड रखे गए हैं। इसके अलावा हल्के बर्न पेशेंट के लिए प्राथमिक उपचार की व्यवस्था की गई है। हालांकि, गंभीर मामलों के लिए बर्न विशेषज्ञ उपलब्ध नहीं हैं। उनको रेफर किया जाएगा। सीएमओ मनोज अग्रवाल ने सभी सीएचसी, पीएचसी और बीआरडी अस्पतालों को बर्न मरीजों के लिए बेड रिजर्व रखने और सभी आवश्यक व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करने के निर्देश जारी किए हैं।
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शुभ मुहूर्त में करें दीपावली की पूजा
रोशनी के त्योहार दीपावली का हर साल सभी को बेसब्री से इंतजार रहता है। इस वर्ष कार्तिक कृष्ण अमावस्या तिथि गुरुवार को 3:11 से प्रारंभ होकर व दूसरे दिन शुक्रवार शाम समाप्त हो जायेगी। धर्मशास्त्रानुसार, जिस दिन अमावस्या तिथि रात्रि काल में मिलती है, उसी दिन दीपावली मनाई जाती है। इसलिए इस वर्ष गुरुवार 31 अक्टूबर को ही दीपावली मनाया जाना शुभ प्रद होगा। यह जानकारी ज्योतिषाचार्य पं। राकेश पांडेय ने दी।
लक्ष्मी-गणेश की करें पूजा
दीपावली को सायं काल में दीपोत्सव के साथ ही मां लक्ष्मी, गणेश व कुबेरादि देवताओं का पूजन निष्ठापूर्वक करना चाहिए। दीपावली के दिन भगवती महालक्ष्मी का उत्सव बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जाता है। इस दिन लक्ष्मीजी को प्रसन्न करने के लिए पहले से ही घरों को साफ -सुथरा करके दीप आदि रोशनी से सजाकर घी के दीपों से भी सजाना चाहिए। दीपावली के दिन दीपकों की पूजा का बहुत महत्व है। इसके लिए दो थाली में दीपकों को रखें। छह चतुर्मुख दीपक दोनों थाली में सजायें, 31 छोटे दीपकों में तेल बत्ती रखकर जला दें। इसके बाद जल, अक्षत, पुष्प, रोली, दूर्वा, चंदन, अबीर, गुलाल हाथ में लेकर अर्पित करें। साथ में धान का लावा अर्पित कर धूप दीप दिखाकर लक्ष्मी गणेशजी व कुबेरजी का उपरोक्त सामग्री आदि से पूजन कर भोग लगाकर आरती करें। ज्योतिषाचार्य पं। राकेश पांडेय बताते हैं कि लक्ष्मीजी व कुबेरजी की प्रसन्नता के लिए अपने पूजा स्थल के पास बैठकर श्रीसूक्त या कनकधारा स्त्रोत्र का पाठ अवश्य करना चाहिए। इससे मां लक्ष्मी जल्द प्रसन्न होती है और धन-धान भरती है इसलिए इस दिन निष्ठापूर्वक जप व पाठ करना चाहिए।