लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी में डेंगू के मामले लगातार आ रहे हैं। ऐसे में साफ है कि नगर निगम और हेल्थ डिपार्टमेंट को कागजों में ही नहीं बल्कि फील्ड पर प्रयास पूरी ईमानदारी से करने होंगे। रैपिड रिस्पांस टीम को भी एक्टिव करना होगा। इस प्रक्रिया को सिर्फ दो या तीन माह नहीं बल्कि साल भर अपनाना होगा। इसके बाद ही डेंगू के खात्मे की उम्मीद की जा सकती है।

व्यवस्था पुख्ता करनी होगी

नगर निगम और हेल्थ डिपार्टमेंट की ओर से डेंगू के आते ही योजनाएं तैयार की जाती हैं, जबकि जिस रफ्तार से डेंगू फैलता है, उसे लेकर पहले से ही दोनों विभागों को ठोस एक्शन प्लान बनाने की जरूरत है। फॉगिंग या एंटी लार्वा के छिड़काव से ही यह समस्या खत्म नहीं होगी। इसके लिए लोगों को भी जागरूक करने की जरूरत है।

मॉनीटरिंग और फीडबैक सिस्टम

डेंगू के मामले कम होते ही मॉनीटरिंग और फीडबैक सिस्टम को कागजों में समेट दिया जाता है। जिससे डेंगू पर पूरी तरह से लगाम नहीं लग पाती है। नगर निगम और हेल्थ डिपार्टमेंट को डेंगू को खत्म करने के लिए मॉनीटरिंग और फीडबैक सिस्टम को एक्टिव रखना होगा। पब्लिक की ओर से दिए जाने वाले फीडबैक के आधार पर भी कदम उठाने होंगे। हेल्थ डिपार्टमेंट को डोर टू डोर सैंपलिंग पर फोकस करना होगा। अगर साल भर यह किया जाए तो डेंगू की रफ्तार पर ब्रेक लग सकता है।

रैपिड रिस्पांस टीम

जिस एरिया में डेंगू के केस आते हैं तो नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग को तुरंत रैपिड रिस्पांस टीम मौके पर भेजनी होगी। नगर निगम की रैपिड रिस्पांस टीम जहां वृहद स्तर पर सफाई अभियान, फॉगिंग और एंटी लार्वा छिड़काव कराएगी, वहीं हेल्थ डिपार्टमेंट की टीम डेंगू मरीज की हेल्थ पर नजर रखने के साथ ही अन्य लोगों की सेफ्टी को लेकर जरूरी कदम उठाएगी। दोनों विभागों का यह संयुक्त कार्य तस्वीर काफी हद तक बदल सकता है।

इन बिंदुओं पर काम

1- नियमित रूप से एरियावाइज मॉनीटरिंग

2- रैपिड रिस्पांस टीम का क्विक एक्शन

3- पूरे साल सफाई अभियान पर फोकस

4- जलभराव वाले प्वाइंट्स को समाप्त करना

5- ठोस फीडबैक सिस्टम डेवलप करना

डेंगू के मामले एक नजर में

2500 केस सामने आए जनवरी से अब तक

20 डेंगू के केस आ रहे प्रतिदिन राजधानी में

01 भी मौत नहीं हुई डेंगू से

22 से अधिक हॉट स्पॉट बनते राजधानी में

एंटी लार्वा का छिड़काव कराए जाने के साथ ही वृहद स्तर पर सफाई अभियान चलाया जा रहा है। ये कदम वार्डवार उठाए जा रहे हैं। पब्लिक फीडबैक सिस्टम को भी बेहतर किया जा रहा है।

इंद्रजीत सिंह, नगर आयुक्त

रैपिड रिस्पांस टीम की ओर से नियमित रूप से एंटी लार्वा छिड़काव कराया जा रहा है। साथ ही लोगों को जागरुक भी किया जा रहा है। जरूरत पड़ने पर स्क्रीनिंग भी कराई जा रही है।

डॉ। एनबी सिंह, सीएमओ

सोशल मीडिया पर आए कमेंट्स

1- सबसे पहले जहां पर गंदगी के ढेर लगे हुए हैैं, उन्हें साफ कराया जाना चाहिए। इसके साथ ही दोबारा वहां पर इसके ढेर न लगें, इसकी व्यवस्था होनी चाहिए।

आकाश, कैसरबाग

2- मेरा मानना है कि सिस्टम के साथ-साथ पब्लिक को भी डेंगू को लेकर जागरुक होने की जरूरत है। घर के आसपास कहीं भी पानी एकत्रित न होने दें।

सविता, आलमबाग

3- नगर निगम और हेल्थ डिपार्टमेंट को उन एरिया पर विशेष फोकस करना चाहिए, जहां पर डेंगू के केस अधिक सामने आते हैं। इसके लिए खास रणनीति बनानी होगी।

रवि, इंदिरानगर

4- जहां जलभराव की समस्या है, उसे दूर कराना चाहिए। पानी भरे होने से डेंगू व अन्य बीमारियों के फैलने का खतरा होता है। डेली सफाई व्यवस्था की मॉनीटरिंग होनी चाहिए।

सूरज, गोमतीनगर

5- नगर निगम को नियमित रूप से एंटी लार्वा छिड़काव कराना चाहिए साथ ही नाले-नालियों की सफाई पर भी ध्यान देना चाहिए। लोगों को भी जागरुक किया जाना चाहिए।

आकाशदीप, रश्मिखंड