लखनऊ (ब्यूरो)। दिल्ली के राजेंद्रनगर इलाके में कोचिंग सेंटर की बिल्डिंग के बेसमेंट में हुए दर्दनाक हादसे जैसी तस्वीर राजधानी में भी सामने आ सकती है। इसकी वजह यह है कि यहां पर कई कॉम्प्लैक्स और मार्केट एरिया में ऐसे बेसमेंट हैैं, जहां तेज बारिश होने की स्थिति में पानी भर जाता है। संयोग से अभी तक कोई हादसा तो नहीं हुआ लेकिन सिस्टम की लापरवाही जरूर कई बार सामने आ चुकी है।

भर गया था बेसमेंट में पानी

सितंबर 2022 में राजधानी में झमाझम बारिश हुई थी। जिससे हर तरफ पानी भर गया था। भूतनाथ मार्केट में बेसमेंट में स्थित दुकानों में पानी भर गया था। जिससे दुकानों में रखा सामान बर्बाद हो गया था। जलनिकासी की कोई व्यवस्था न होने से पंप लगाकर पानी निकाला गया था। इसी तरह लेखराज से बादशाहनगर की तरफ जाने वाली रोड के दायीं और बायीं तरफ स्थित मार्केट्स में भी ग्राउंड फ्लोर से नीचे स्थित दुकानों में पानी भर जाता है। जिससे काफी नुकसान होता है। वहीं बारिश के दौरान कई अन्य एरियाज में भी बेसमेंट में स्थित दुकानों और पार्किंग में पानी भर जाने के मामले सामने आते रहते हैैं।

योजनाएं बनीं लेकिन असर नहीं

भूतनाथ मार्केट

भूतनाथ मार्केट में ड्रेनेज सिस्टम लापता है। यहां पर नाला बनाने की बात कही गई थी और योजना भी बनी थी लेकिन गुजरते वक्त के साथ यह योजना कागजों में ही सिमट कर रह गई। ऐसे में साफ है कि इस बार भी जब झमाझम बारिश होगी तो यहां के वो व्यापारी परेशान होंगे, जिनकी दुकानें बेसमेंट में हैैं। व्यापारियों की ओर से लगातार नाला निर्माण की मांग की जा रही है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही।

सुख कॉम्प्लैक्स, मुंशीपुलिया

मुंशी पुलिया स्थित सुख कॉम्प्लैक्स की बात करें तो यहां भी बेसमेंट में पानी भरने की समस्या सामने आती है। प्रॉपर ड्रेनेज न होने की वजह से और रोड के मुकाबले दुकानें नीचे होने के कारण बारिश का पानी सीधे दुकानों में एंट्री करता है। जिसकी वजह से हादसा होने का खतरा रहता है। यहां के व्यापारियों ने भी कई बार ड्रेनेज सिस्टम बेहतर करने की मांग की है लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।

वाहन तक फंस जाते हैं

एलडीए, नगर निगम की ओर से अंडरग्राउंड पार्किंग (बेसमेंट पार्किंग) की सुविधा कई प्वाइंट्स पर दी गई है। पिछले दिनों हुई बारिश के दौरान यह देखने में आया था कि चंदर नगर पार्किंग में पानी भर गया था। जिससे लोगों के वाहन फंस गए थे। पहले भी ऐसी तस्वीर सामने आ चुकी है।

आवासीय का भी यही हाल

अब अगर अपार्टमेंट्स की बात करें तो कुर्सी रोड स्थित सृष्टि और स्मृति अपार्टमेंट में भी बेसमेंट पार्किंग में जमकर पानी भरता है। इसके वीडियो कई बार सामने भी आए हैैं। कई बार तो आवंटियों को अपनी जान हथेली में रखकर अपने वाहन पार्किंग से बाहर निकालने पड़े हैैं।

नाला सफाई पर सवाल

प्रॉपर नाला सफाई न होने से भी जलभराव की समस्या सामने आती है। हाल में ही चौक व अन्य वार्ड के पार्षदों ने नाला सफाई को लेकर कंपलेन दर्ज कराई थी। उनका कहना था कि नाला सफाई ठीक से न होने के कारण जलभराव की समस्या सामने आएगी। जिसके बाद निगम प्रशासन ने नाला सफाई को लेकर जांच के आदेश दिए हैैं।

नालों की संख्या

1444 कुल नाले राजधानी में

83 बड़े नाले

414 मझोले नाले

947 छोटे नाले

नालियों पर फोकस नहीं

नगर निगम की ओर से बड़े और मध्यम नालों की सफाई तो करा दी जाती है लेकिन छोटी नालियों पर फोकस नहीं किया जाता है। जबकि बारिश के दौरान यही नालियां गली मोहल्लों में जलभराव का मुख्य कारण बन जाती हैैं। इस बार भी नाली सफाई पर बहुत ज्यादा ध्यान नहीं दिया गया है।

ड्रेनेज सिस्टम न होने से लक्ष्मणपुरी फैजाबाद रोड स्थित मार्केट में तो बेसमेंट में पानी भर जाता है। तेज बारिश होते ही व्यापारी टेंशन में आ जाते हैैं। इसी तरह भूतनाथ व अन्य बाजारों में भी स्थिति खराब रहती है।

संजय गुप्ता, प्रदेश अध्यक्ष, उप्र आदर्श व्यापार मंडल

तेज बारिश होने पर इस बार फिर से मार्केट में जलभराव होने का खतरा मंडरा रहा है। अभी तक मार्केट की लेन के दूसरी तरफ नाले का निर्माण शुरू नहीं हुआ है। जब तक नाला नहीं बनेगा, तब तक जलभराव की समस्या दूर नहीं होगी।

देवेंद्र गुप्ता, अध्यक्ष, भूतनाथ व्यापार मंडल