लखनऊ (ब्यूरो)। सरकार की सख्ती से बड़े-बड़े क्रिमिनल्स या तो सलाखों के पीछे पहुंच गए या फिर शहर छोड़ कर फरार हो गए। वहीं क्राइम के दुनिया में क्राइम अभी भी हो रहा है। बस इसका ट्रेर्ड बदल गया है। अब व्हाइट्स कॉलर क्राइम का कल्चर बढ़ रहा है। जिसमें टीनएजर्स, बेरोजगार कपल वारदात को अंजाम दे रहे है। कहीं जॉब छूटने तो कहीं महंगे शौक को पूरा करने के लिए अलग अलग तरीके से क्राइम को अंजाम दे रहे है। दूसरे शहरों व प्रदेश से आकर राजधानी में वारदात करते है और कुछ दिनों बाद फरार हो जाते है। हालांकि कुछ ऐसे मामले तब सामने आए जब ऐसे कपल को पुलिस ने गिरफ्तार किया।

शहर बदलकर करते हैं वारदात

ये क्रिमिनल कपल्स शहर बदल-बदल कर अपराध करते हैं। वे एक शहर में कुछ समय ही रुकते हैं और चार से पांच वारदातों को अंजाम देकर शहर छोड़ देते हैं। हाल में पकड़े गए ऐसे ही एक कपल ने पुलिस पूछताछ में इसका खुलासा किया। पढ़े-लिखे ये कपल पुलिस के हत्थे इसलिए भी जल्दी नहीं चढ़ते क्योंकि उनका कोई क्रिमिनल रिकॉर्ड पुलिस के पास नहीं होता। वे नाम व पहचान बदलकर शहर में रहते हैं।

रेंट पर लेते हैं मकान

क्रिमिनल कपल्स लखनऊ के आउट स्कर्ट एरिया या फिर सुनसान जगहों पर किराए पर कमरा लेकर रुकते हैं। वे खुद को इस तरह से पेश करते हैं कि उनकी जॉब में ट्रांसफर बहुत होते रहते हैं। कपल होने के चलते मकान मालिक उन्हें आसानी से मकान किराए पर दे देते हैं। इसके अलावा, उनका वैरीफिकेशन भी नहीं कराया जात, जिसके चलते उनकी असली पहचान लोगों से छिपी रहती है।

महंगे शौक व जरूरत बना रही क्रिमिनल

हाल ही में पकड़े गए ऐसे कई कपल पढ़े-लिखे भी थे। अलग-अलग कारणों से जॉब चली जाने और जरूरतों ने उन्हें क्रिमिनल बना दिया। वहीं, शार्ट कट से पैसा कमाने का लालच या महंगे शौक पूरा करने भी एक अहम वजह बनकर सामने आई।

केस एक

चलाते थे सेक्स रैकेट

दिल्ली के उत्तम नगर वेस्ट का रहने वाला महेंद्र कालरा अपनी पत्नी हिमांशी के साथ 25 जून को लखनऊ आया था। दोनों लखनऊ के गोमती एनक्लेव, सुशांत गोल्फ सिटी में रह रहे थे। दोनों जॉब के सिलसिले में यहां आए थे। 12 जुलाई को हिमांशी ने अपने पति की किडनैपिंग का आरोप लगाया। पुलिस ने मामले की जांच पड़ताल की तो पता चला कपल सेक्स रैकेट चलाता था और ऑनलाइन बुकिंग करता था। पैसों के लेन-देन में विवाद हुआ था।

केस दो

जहरखुरानी करके लूटते थे

कन्नौज निवासी अंकिता और उसके पति इटावा निवासी अमित को अंबेडकर चौराहे के पास से गिरफ्तार किया गया। उन्होंने कारोबारी हरि मोहन और सीए नागेंद्र सिंह को अपना शिकार बनाया था। आरोपी महिला उनसे चेन, अंगूठी और सोने का कड़ा लूट ले गई थी। अंकिता ने जेएनएम और अमित ने बीए किया है। वे लव मैरिज करने के बाद दो साल से बंथरा में रह रहे थे। वे फेसबुक पर पैसे वाले लोगों को तलाशते थे और फिर अंकिता उन्हें फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजती थी। बातचीत शुरू होने पर वह मूवी देखने के बहाने लोगों को बुलाती थी और फिर जहरखुरानी की घटना को अंजाम देती थी।

केस तीन

रची किडनैप की फर्जी कहानी

माल के रानी पारा गांव निवासी आशीष रावत एक तिलक समारोह में गया और गायब हो गया। उसने बहन को एक वीडियो बनाकर भेजा, जिसमें वह रस्सी से बंधा था। बहन को बताया गया कि उसका किडनैप हो गया है और एक लाख रुपए की डिमांड की गई। परिजनों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस को उसकी लोकेशन रामपुर मजरा गांव के पास मिली। पुलिस वहां पहुंची तो वहां वह अपनी प्रेमिका मुन्नी के साथ था। पूछताछ में उसने बताया कि उसने प्रेमिका को शॉपिंग कराने के लिए किडनैपिंग का नाटक किया था। दोनों को को गिरफ्तार कर लिया गया।

केस चार

नौकरी गई तो करने लगे लूट

हजरतगंज पुलिस ने ऐसे दंपत्ति को गिरफ्तार किया जो युवतियों के मोबाइल फोन लूटते थे। इनके निशाने पर मार्निंग वॉक पर निकले लोग रहते थे। पति गणेशगंज निवासी तुषार प्रजापति स्कूटी से मोबाइल लूटता था और उसके बाद पत्नी संग मिलकर उसे बेचता था। इनके पास से लूट के 8 मोबाइल फोन पुलिस को मिले थे। पूछताछ में दोनों ने बताया कि वे कपड़े की एक दुकान में काम करते थे। कोरोना काल में नौकरी गई तो वह लूट करने लगे।