लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी में भवन स्वामियों से फर्जी तरीके से यूजर चार्ज वसूला जा रहा है। जिसकी वजह से नगर निगम को राजस्व संबंधी नुकसान हो रहा है। तीन से चार मामले सामने आने के बाद निगम प्रशासन की ओर से संबंधित व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवा दी गई है साथ ही वसूली करने वालों तक पहुंचने के लिए टीमें भी गठित कर दी हैैं, जिससे पूरा खेल सामने आ सके।
यहां मामले आए सामने
पिछले दिनों आशियाना, गोमतीनगर और इंदिरानगर में भवन स्वामियों से फर्जी तरीके से यूजर चार्ज वसूली किए जाने का मामला आया था। वहीं कई अन्य इलाकों से भी शिकायतें भी मिल रही हैैं। जिसके बाद नगर निगम प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया है और फर्जी वसूली करने वालों के खिलाफ जांच तेज कर दी गई हैैं, जिससे जल्द से जल्द उन्हें पकड़ा जा सके।
आईडी कार्ड होगा पास में
निगम प्रशासन का कहना है कि अगर कोई भी नगर निगम का कर्मचारी यूजर चार्ज लेने आता है तो उसके पास आईडी कार्ड जरूर होगा। भवन स्वामी पहले यह कंफर्म कर लें, वे जिस व्यक्ति को वेस्ट उठान के एवज में यूजर चार्ज देने जा रहे हैैं, उसके पास आईडी कार्ड है या नहीं। इसके साथ ही अगर किसी भी भवन स्वामी को संबंधित कर्मचारी पर शक होता है तो उसके खिलाफ जोनल कार्यालय में जाकर कंपलेन की जा सकती है। कंपलेन के आधार पर संबंधित के खिलाफ जांच कराई जाएगी और अगर वो दोषी मिलता है तो एक्शन लिया जाएगा।
पहले भी मामले आए सामने
ऐसा नहीं है कि पहली बार फर्जी यूजर चार्ज वसूली का खेल सामने आया है, पिछले दो सालों में लगातार ऐसे मामले सामने आते रहे हैैं। पुराने लखनऊ में भी ऐसा ही खेल सामने आया था, उस दौरान भी फर्जी तरीके से यूजर चार्ज वसूलने के खिलाफ विधिक कार्यवाही की गई थी।
केस
1-गोमतीनगर के रफी अहमद किदवई वार्ड में फर्जी वसूली का मामला मिला
2-बाबू जगजीवन राम वार्ड में भी फर्जी वसूली पकड़ी गई
3-आशियाना एरिया में भी फर्जी वसूली का मामला पकड़ा गया
हर माह लिया जाता है चार्ज
वेस्ट उठान के एवज में नगर निगम की ओर से हर माह भवन स्वामियों से यूजर चार्ज लिया जाता है। यह चार्ज आवासीय के लिए 100 रुपये के करीब है। वहीं, कॉमर्शियल प्रतिष्ठानों से 100 से अधिक राशि ली जाती है। चूंकि अभी नई कंपनी का चयन हुआ, इस वजह से नगर निगम की ओर से ज्यादातर जोन में वेस्ट उठान का काम किया जा रहा है।
अगर किसी भी जोन से फर्जी यूजर चार्ज वसूली का मामला सामने आता है तो तत्काल कड़ा एक्शन लिया जाएगा। जो भी लोग इसमें शामिल हैैं, उनको सामने लाने के लिए जांच कराई जा रही है।
इंद्रजीत सिंह, नगर आयुक्त