- कूड़ा प्रबंधन का काम देख रही एजेंसी पर एक लाख का जुर्माना

- नाला गंदा मिलने पर प्रभारी नगर अभियंता को चेतावनी

रुष्टयहृह्रङ्ख: सफाई ठेकेदारों पर कार्रवाई का कोई असर नहीं दिख रहा है। सफाई कर्मचारियों को ड्यूटी पर न लगाने के बाद भी भुगतान कराने में सफल रहने वाली मेसर्स लॉयन सिक्योरिटी एजेंसी का काला कारनामा फिर सामने आया है। सोमवार को फैजुल्लागंज वार्ड द्वितीय में निरीक्षण में इसी एजेंसी के 59 सफाई कर्मचारी गायब मिले थे तो यही हाल मंगलवार को भी दिखा।

75 की जगह 60 ही मिले

जोन-7 के शहीद भगत सिंह वार्ड में निरीक्षण करने मुख्य कर निर्धारण अधिकारी अशोक सिंह और जोनल अधिकारी प्रज्ञा सिंह गईं थीं। यहां सफाई का कार्य कार्यदायी संस्था मेसर्स लायन सिक्योरिटी गार्ड के पास है लेकिन, जांच में 75 में से मात्र 60 सफाई कर्मी ही उपस्थित पाए गए। एजेंसी पर 50 हजार का अर्थदंड लगाया गया है।

होगी कड़ी कार्रवाई

नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी ने गोमतीनगर के विजयंत खंड एवं विक्रांत खंड की सफाई व्यवस्था का संयुक्त निदेशक पशु कल्याण डा। अरविन्द राव, जोनल अधिकारी सुजीत श्रीवास्तव और प्रभारी नगर अभियंता सुरेश मिश्रा के साथ दौरा किया। विक्रांत खण्ड-1 एवं विजयंत खण्ड की सडकों पर जगह-जगह पर मलवा के ढेर लगे थे। नगर आयुक्त ने प्रभारी नगर अभियंता सुरेश मिश्रा को सख्त चेतावनी देते हुए निर्देशित किया गया कि निरीक्षण के दौरान भविष्य में इस प्रकार की पुनरावृत्ति पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

नहीं आते कूड़ा लेने

नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा। एसके रावत ने जोनल अधिकारी-आठ संगीता कुमारी के साथ ट्रांसपोर्टनगर में आरटीओ कार्यालय के आस-पास का निरीक्षण किया तो दुकानदारों द्वारा बार-बार सड़क के किनारे कूड़ा फेंकने की शिकायत आई। जिस पर कूड़ा प्रबंधन का काम देख रही मेसर्स ईकोग्रीन के वार्ड मैनेजर ने बताया कि लगभग 12 सौ छोटी-बड़ी दुकाने हैं, परंतु केवल 60 दुकानदार ही ईकोग्रीन को कूड़ा देते हैं। नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने करीब 50 दुकानदारों से इसकी पुष्टि की तो सभी दुकानदारों ने बताया कि ईकोग्रीन के वाहन कूड़ा नहीं लेते हैं, जबकि सभी चाहते हैं कि उठा ले जाए। मेसर्स ईकोग्रीन पर कार्यो में लापरवाही बरतने और उच्चाधिकारियों के आदेशों का उल्लंघन करने व कूड़ा न लेने के कारण एक लाख का अर्थदण्ड लगाया गया।