लखनऊ (ब्यूरो)। बेसिक स्कूलों के स्टूडेंट्स को भी अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का पाठ पढ़ाया जाएगा। मौजूदा समय में तकनीक की जरूरतों को देखते हुए स्टूडेंट्स को अपडेट करने के लिए जल्द ही इस पर काम किया जाएगा। मंगलवार को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में स्टेट काउंसिल फॉर एजुकेशन रिसर्च एंड ट्रेनिंग, यूपी की शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने को लेकर हुई वर्कशॉप में बेसिक शिक्षा मंत्री स्वतंत्र प्रभार संदीप सिंह ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि आने वाला समय एआई का है। कोविड के बाद से टेक्नॉलजी सबके घरों में पहुंच चुकी है। हर बच्चे के हाथ में स्मार्टफोन है। बच्चों को स्कूल के अलावा देश दुनिया की भी जानकारी हो रही है। ऐसे में, इन बच्चों को सही दिशा में आगे बढ़ाने और उनकी रुचि के हिसाब से सफल बनाने के लिए न्यू एजुकेशन पॉलिसी के हिसाब से कार्ययोजना तैयार करने की जरूरत है।
तैयार की जाएगी रीजनल लैंग्वेज की वोकैबलरी
एससीईआरटी के संयुक्त निदेशक डॉ। पवन सचान ने बताया कि संस्थान जल्द ही टीचर्स के लिए रीजनल लैंग्वेज की वोकैबलरी तैयार करेगा। यह वोकैबलरी भोजपुरी, ब्रज, बुंदेलखंडी और अवधी को लेकर रहेगी। उनका कहना है कि इससे टीचर्स को मदद मिलेगी।
फरवरी में चलेगा शैक्षिक महोत्सव
एससीईआरटी की निदेशक डॉ। अंजना गोयल ने बताया कि फरवरी में हर डायट पर शैक्षिक नवाचार महोत्सव कराया जाएगा। वर्कशॉप के दौरान रवि जे मेथाई सेंटर फॉर एजुकेशनल इनोवेशन के चेयरपर्सन और आईआईएम अहमदाबाद प्रो। दुष्यंत शुक्ला ने इनोवेशन के बारे में जानकारी दी।