लखनऊ (ब्यूरो)। आर्थिक स्थित सुधारने के उद्देश्य से शासन ने कानपुर यूनिवर्सिटी से सम्बद्ध चार जिले हरदोई, सीतापुर, लखीमपुर व रायबरेली के डिग्री कॉलेज को शैक्षिक सत्र 2022.23 में लखनऊ यूनिवर्सिटी से संबद्ध किए गए। इसके बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन काफी उत्साहित था, लेकिन उसका सारा उत्साह ग्रेजुएशन परीक्षा शुरू होते ही काफूर हो गया, क्योंकि शिक्षकों को जिस चीज का डर था, ग्रेजुएशन परीक्षा में वही देखने को मिल रहा है। परीक्षा की सुचिता प्रभावित नहीं होगी और नकल विहीन परीक्षा कराने का यूनिवर्सिटी का दावा परीक्षा शुरू होते ही खोखला साबित हो रहा है।
लगातार दो दिन से मिल रही नकल
परीक्षा शुरू हुए मात्र चार दिन बीते हैं, लेकिन पहले दिन को छोड़कर लगातर दो दिन से यूनिवर्सिटी के सचल दल ने सीतापुर और रायबरेली के एक-एक कॉलेज पर सामूहिक नकल का मामला पकड़ा है। सचल दल ने 30 मार्च को रायबेरली के स्वामी सत्यमित्रानन्द महाविद्यालय और सीतापुर के लालजी सिंह जीवन ज्योति महाविद्यालय में सामूहिक नकल मिली है।
मानक परखे बिना बना बने सेंटर
शिक्षकों का कहना है कि परीक्षा केन्द्र बनाते समय मानकों को सही से परखा नहीं गया है। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने इसके लिए कॉलेज डेवलपमेंट काउंसिल के डीन प्रो। अवधेश त्रिपाठी की अध्यक्षता में कमेटी बनाई थी। उस समय कमेटी ने परीक्षा केन्द्र के लिए मानक तय किए थे। इसमें प्रत्येक परीक्षा कक्ष में सीसीटीवी होना, आडियो रिकार्डिंग, लाइव स्ट्रीमिंग, स्थायी केन्द्र व्यवस्थापक आदि शामिल था, पर परीक्षा शुरू होते ही यह मानक कहीं नजर नहीं आ रहे हैं।
नकल के मामले पर मांगी आख्या
लखनऊ यूनिवर्सिटी व संबद्ध कॉलेजों में चल रही ग्रेजुएशन की परीक्षाओं में हुई नकल अब उच्च शिक्षा मंत्री ने संज्ञान लिया है। उच्च शिक्षा मंत्री ने कार्रवाई के आदेश जारी कर दिए हैं। ऐसे में दोषी कॉलेजों की संबद्धता को रद्द किया जा सकता है। शुक्रवार को उच्च शिक्षा, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय ने उच्च शिक्षा विभाग की परीक्षाओं में हुई नकल के बारे में विस्तार से अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी और कार्रवाई कर आख्या प्रस्तुत करने को कहा है।
वीसी ने किया केंद्र का दौरा
वीसी प्रो। आलोक कुमार राय ने परीक्षा की स्थितियों का जायजा लेने के लिए लाला महादेव प्रसाद डिग्री कॉलेज, अर्जुनगंज डिग्री कॉलेज और अवध गर्ल्स डिग्री कॉलेज का निरीक्षण किया। वीसी ने सभी परीक्षा केंद्र के अध्यक्षों परीक्षा को पारदर्शिता से कराये जाने के निर्देश दिए। इस दौरान मुख्य कुलानुशासक प्रोफेसर राकेश द्विवेदी, डॉक्टर ओपी शुक्ल, डॉक्टर महेंद्र कुमार डॉक्टर कमर इकबाल और डॉक्टर राहुल पांडे भी मौजूद रहे।