लखनऊ (ब्यूरो)। संजय गांधी पीजीआई के यूरोलॉजी और किडनी ट्रांसप्लांट विभाग ने बाएं किडनी के कैंसर की दुर्लभ और बेहद जटिल रोबोटिक सर्जरी सफलतापूर्वक की है। जिसमें ट्यूमर दिल के स्तर के ठीक नीचे इन्फीरियर वीना कावा नामक मुख्य रक्त वाहिका तक कैंसर फैला हुआ था। सर्जरी के बाद महिला को डिस्चार्ज कर दिया गया है। वहीं, इस सफल सर्जरी पर निदेशक प्रो। आरके धीमन ने पूरी टीम को बधाई दी है।

जटिल सर्जरी की गई

प्रो। उदय प्रताप सिंह ने बताया कि वाराणसी निवासी 65 वर्षीय महिला को सर्जरी के लिए पीजीआई भेजा गया था। कैंसर के इनफीरियर वीना कावा में फैलाव के कारण सर्जरी बेहद जटिल थी। ऐसे में कई बार थ्रोम्बस के टूट जाने से पल्मोनरी एंबोलिज्म या मौत तक हो सकती थी। ऐसे में थ्रोंबस की स्थिति की निगरानी के लिए इंट्रा-इसोफेगल अल्ट्रासाउंड का उपयोग किया गया। मरीज की जल्द स्वास्थ्य लाभ की वजह से सर्जरी के चार दिन बाद छुट्टी दे दी गई। हालांकि, रोगी को अगले कुछ माह तक चिकित्सीय परामर्श लेते रहना होगा। सर्जरी टीम में डॉ। रजनीश कुमार सिंह, डॉ। संजय धीराज और डॉ। अमित रस्तोगी समेत अन्य शामिल रहेे।

कैंसर की सर्जरी में रोबोटिक मशीन का महत्व अधिक

प्रो। उदय के मुताबिक, रोबोटिक सर्जरी जैसी नई तकनीक से कैंसर के इलाज में क्रांतिकारी बदलाव आया है, क्योंकि रोबोट ऐसे किसी भी हिस्से में बने ट््यूमर तक पहुंच सकता है, जहां इलाज के पारंपरिक तरीके में पहुंचना मुश्किल है। इससे अंगों की हिफाजत करना संभव होता है। रोबोटिक सर्जरी में सर्जन को 10 गुणा बड़ा 3डी व्यू दिखता है, जिससे गलती की आशंका बेहद कम होती है और ज्यादा सटीक तरीके से इलाज हो पाता है। इससे मरीज की जल्दी ठीक की संभावना भी रहती है।