लखनऊ (ब्यूरो)। परिवहन मंत्री के निर्देश के तहत परिवहन विभाग द्वारा राजधानी समेत पूरे प्रदेश में सोमवार से अनफिट स्कूली वाहनों के खिलाफ अभियान शुरू किया गया। राजधानी में यह महज खानापूर्ति ही रह गया। अधिकारी और स्टॉफ की कमी के चलते अभियान ठीक से शुरू नहीं हो सका। चंद चालान करके काम निपटा दिया गया। हालांकि, आरटीओ अधिकारियों के मुताबिक अभियान में तेजी लाई जाएगी।

खानापूर्ति हुआ अभियान

राजधानी में करीब 4 हजार से अधिक स्कूली वाहन रजिस्टर्ड हैं। 800 के करीब अनफिट वाहनों के मालिकों को नोटिस भेजा गया था। इसके बावजूद बड़ी संख्या में वाहन स्वामी फिटनेस कराने नहीं पहुंचे। जबकि, विभाग लगातार नोटिस भेज रहा है। वहीं, अनफिट वाहनों के खिलाफ सोमवार से अभियान तो चलाया गया लेकिन पहले दिन महज दो टीमों द्वारा चेकिंग अभियान चलाया गया। जहां 5 वाहनों को बंद करने और 15 वाहनों के खिलाफ चालान की कार्रवाई की गई।

एआरटीओ-प्रवर्तन ही नहीं

हाल में आरटीओं में बड़े स्तर पर ट्रांसफर हुए हंै। जिसमें एआरटीओ-प्रवर्तन का भी ट्रांसफर कर दिया गया था। उनकी जगह कोई दूसरा अधिकारी नहीं आया है। वहीं, चार पीटीओ तो हैं लेकिन उसमें अधिकतर की ड्यूटी अलग-अलग जगहों पर लगी रहती है। पहले दिन महज दो पीटीओ के सहारे अभियान चलाया गया। इसके अलावा सिपाही की कमी भी चल रही है। जबकि, एक टीम के साथ करीब तीन सिपाही होने चाहिए। किसी तरह होमगार्ड आदि के सहारे काम चलाया जा रहा है।

एआरटीओ-प्रवर्तन नहीं हैं। कुछ स्टॉफ की भी कमी है लेकिन अभियान लगातार चलाया जा रहा है। अनफिट वाहनों के लेकर विभाग पूरी तरह गंभीर है।

-संदीप पंकज, आरटीओ-प्रवर्तन