लखनऊ (ब्यूरो)। निजी बस ऑपरेटर के अनुसार इस सहालग के सीजन में लखनऊ में 5 करोड़ से अधिक का कारोबार प्रभावित हुआ है। रात्रि कालीन कफ्र्यू और शादियों में शामिल होने वालों की संख्या में की गई कमी के चलते तकरीबन 90 प्रतिशत लोगों ने बसों की बुकिंग कैंसिल कर दी है। इस बार बेहतर कारोबार की उम्मीद थी, जिस पर कोरोना ने पानी फेर दिया है।
टूर और पिकनिक की बुकिंग भी कैंसिल
स्कूलों के टूर, पिकनिक आदि के लिए जो बुकिंग कराई गई थीं, वे भी रद की जा चुकी हैं। इसे देखते हुए निजी बस ऑपरेटर अब शादियों की बुकिंग जो आ भी रही हैं, उनसे भी कतरा रहे हैं। उन्हें डर है कि ऐन वक्त पर इनकी बुकिंग भी न कैंसिल कर दी जाए।
अब पहुंच रहे फिटनेस के लिए
2017 के विधानसभा चुनाव में पिछली बार की तुलना में 15 फीसद यानी 200 रुपए तक अधिक किराया वाहन मालिकों को दिया जाएगा। अधिग्रहण किए जाने वाले वाहनों की सूची में सबसे पहले स्कूल वाहनों को शामिल किया गया है। इसके अलावा टैक्सी, माल वाहन और ट्रक शामिल की गई हैं। आवश्यकता पडऩे पर टैक्ट्रर-ट्राली का भी अधिग्रहण हो सकता है। वाहनों के अधिग्रहण के लिए 15 जनवरी से नोटिस भेजे जाने का सिलसिला शुरू होगा। इसे देखते हुए सभी बस ऑपरेटरों ने अपनी बसों के फिटनेस के लिए आरटीओ ऑफिस में फिटनेस के लिए आवेदन कर दिया है।
राजधानी में कितना पड़ा असर
- पहले से जिन बसों की बुकिंग कराई गई थी, उसमें से 90 फीसद कैंसिल कराई जा चुकी हैं।
- राजधानी में निजी बस ऑपरेटर्स का करीब 5 करोड़ का कारोबार हो चुका है प्रभावित
शादियों में लोगों की संख्या सीमित किए जाने का असर हमारे कारोबार पर पड़ा है। ऐसे में लोग शादियों के लिए बसों की जगह छोटे वाहनों को प्राथमिकता दे रहे हैं।
अजीत सिंह, प्रदेश महासचिव, यूपी अनुबंधित बस ऑनर एसोसिएशन