लखनऊ (ब्यूरो)। एक तरफ जहां वीसी की ओर से अवैध निर्माणों के खिलाफ कार्रवाई कराई जा रही है, वहीं दूसरी तरफ प्राधिकरण के अंदर ही अवैध निर्माणों को लेकर सेटिंग का खेल चल रहा है। आलम यह है कि सेटिंगबाज खुद को आर्किटेक्ट या प्राधिकरण का कर्मचारी बताकर एक कमरे से दूसरे कमरे में जाकर फाइलों में खेल करा रहे हैैं। मामला संज्ञान में आने के बाद एलडीए वीसी की ओर से पांच से छह बाहरी व्यक्तियों की भूमिका को लेकर जांच के आदेश दिए हैैं। जांच रिपोर्ट के आधार पर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।
कोई काम नहीं, फिर भी घूमते
जिन लोगों को चिन्हित किया गया है, उनका एलडीए से सीधा कोई भी लेना देना नहीं है। वह खुद को प्राधिकरण का कर्मचारी बताकर इधर-उधर घूमा करते हैैं साथ ही अवैध निर्माणों या निर्माण से जुड़े मानचित्रों में दखलअंदाजी करते हैैं। हैरानी की बात तो यह है कि प्राधिकरण के असली कर्मचारी भी उनके खिलाफ मुंह नहीं खोलते।
शिकायतों का कराते हैं निस्तारण
अभी तक की जांच में जो जानकारी सामने आई है, उससे साफ है कि बाहरी लोग आसानी से प्राधिकरण के सभी अधिकारियों के कमरों तक पहुंच जाते हैैं और उनसे कोई जानकारी तक नहीं ली जाती है। इसका सीधा फायदा वे लोग उठाते हैैं और अवैध निर्माण या अन्य शिकायतें लेकर आने वाले लोगों को खुद का प्राधिकरण कर्मचारी बताकर खेल करते हैैं। एक सवाल यह भी है कि अभी तक जिम्मेदार अधिकारियों को इसकी भनक तक क्यों नहीं लगी।
तैयार की जा रही कुंडली
एलडीए वीसी के निर्देश के बाद ऐसे बाहरी लोगों की कुंडली तैयार कराई जा रही है, जो नियमित रूप से प्राधिकरण आते हैैं और खुद को प्राधिकरण का कर्मचारी बताते हैैं। यह भी पता लगाया जा रहा है कि ऐसे लोगों का दखल किन-किन विभागों में सीधे तौर पर है। जिन विभागों की जानकारी सामने आएगी, उनसे जुड़ी फाइलें भी निकाली जाएंगी और देखा जाएगा कि बाहरी लोगों की ओर से उन फाइलों जैसे समायोजन, रजिस्ट्री, आवंटित इत्यादि में कोई खेल तो नहीं कराया गया है। अगर किसी भी फाइल में कोई गड़बड़ी मिलती है तो ऐसी फाइलों को फ्रीज कर दिया जाएगा साथ ही संबंधित अधिकारियों से भी सवाल जवाब किए जाएंगे।
सीसीटीवी से चिन्हित
प्राधिकरण में आने वाले बाहरी व्यक्तियों के चेहरों को सामने लाने के लिए सीसीटीवी की भी मदद ली जाएगी। देखा जाएगा कि कितने ऐसे चेहरे हैैं, जो नियमित रूप से प्राधिकरण में सुबह 10 से 11 बजे तक आ जाते हैैं और शाम को ही बाहर निकलते हैैं। ऐसे चेहरों को चिन्हित करने के बाद पूरी लिस्ट तैयार करके वीसी के पास भेजी जाएगी। जिसके बाद उनके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा।
बाबुओं से भी जानकारी
वीसी के निर्देश के बाद प्राधिकरण में तैनात बाबुओं से भी ऐसे लोगों की जानकारी जुटाई जाएगी, जो बेवजह उनके पास आकर बैठ जाते हैैं और विभागीय कामकाज में दखल देते हैैं। बाबुओं को भी निर्देश दिए गए हैैं कि अगर कोई ऐसा व्यक्ति उनके पास आता है, जो विभागीय कामकाज में दखल देता है तो उसे तत्काल वहां से हटाया जाए साथ ही प्राधिकरण के वरिष्ठ अधिकारियों को ऐसे व्यक्तियों के नामों से भी अवगत कराया जाए, जिससे उनके प्राधिकरण में आने पर रोक लग सके।
ऐसे लोगों को चिन्हित कराया जा रहा है, जो बेवजह प्राधिकरण में आते हैैं और विभागीय कामकाज में दखल देते हैैं। उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मेरे स्तर से खुद ऐसे लोगों को चिन्हित कराया जा रहा है।
-डॉ। इंद्रमणि त्रिपाठी, वीसी, एलडीए