- बच्चों का स्क्रीन से प्यार, उनकी आंखों को कर रहा बीमार

- इन दिनों बच्चों को बोरियत से बचाने के लिए इनडोर गेम्स में रखें बिजी

LUCKNOW: अधिकतर स्कूलों में समर वेकेशन हो गया है और बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई भी बंद हो गई है। ऐसे में बच्चे अब वीडियो गेम, इंटरनेट आदि में बिजी हो गए हैं। इससे उनका शारीरिक विकास तो प्रभावित हो ही रहा है साथ ही उनकी रचनात्मक क्षमता भी कम हो रही है। इससे पेरेंट्स परेशान हैं कि आखिर किस तरह वे बच्चों को मोबाइल और लैपटॉप से दूर कर सकें। एक्सप‌र्ट्स का कहना है कि इन दिनों हम घर में बच्चों को बिजी रखकर इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं।

बाहर नहीं ले जा सकते

इंदिरा नगर निवासी अरविंद राय के दोनों बच्चे ऑनलाइन गेम्स में बिजी रहते हैं। अरविंद राय का कहना है कि वे बच्चों को इससे दूर करना चाहते हैं लेकिन समस्या यह है कि बच्चे आउटडोर गेम्स खेल नहीं सकते और टाइम पास करने के लिए मोबाइल से चिपके रहते हैं। यही हाल गोमती नगर के चंद्रशेखर सोनी का भी है। उनके बच्चे भी दिनभर टीवी के आगे बैठे रहते हैं।

आंखें हो रही खराब

डॉक्टर्स के अनुसार लगातार स्क्रीन पर बने रहने से बच्चों की आंखें खराब हो रही हैं। उनकी फिजिकल एक्टिविटीज भी बंद हो गई हैं। यह बच्चों की ग्रोथ के लिए नुकसानदायक है।

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बच्चों पर क्या हो रहा है असर

- बच्चों की आंखें धीरे-धीरे खराब हो रही हैं।

- आंखों में नमी की कमी से उन्हें कम उम्र में ही चश्मा लगाना पड़ सकता है।

- फिजिकल एक्टिविटी कम होने से रचनात्मक क्षमता हो रही प्रभावित

- इंटरनेट पर बच्चे ऑफेंसिव मैटर के टच में आ रहे हैं

- बच्चे परिवार और सोशल लाइफ से दूर हो रहे हैं

- बच्चे पढ़ाई से दूर हो रहे हैं

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क्या करें पेरेंट्स

- बच्चों के साथ दोस्तों की तरह व्यवहार करें

- बच्चों के साथ लूडो, शतरंज, पहेलियां जैसे खेल खेलें

- बच्चों को बिजी रखने के लिए सुबह से रात तक का टाइम टेबल बनाएं

- लाइम टेबल ऐसा हो जिसमें विविधता हो, जिससे बच्चे बोर न हों

- घर पर बच्चों को रोचक और प्रेरणादायक कहानियां सुनाएं

- बच्चे में किसी भी तरह की इनडोर हॉबी को डेवलप करें

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ये चीजें बच्चों को खाने में दें

- हाई फाइवर और हाई प्रोटीन की चीजें

- मौसमी फल और सब्जियां

- नारियल पानी

- कम तला और भुना भोजन

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बच्चों को खाने में ये न दें

- कोल्ड ड्रिंक

- अधिक तला-भुना खाना

- जंक और पैक्ड फूड

कोट

इस समय बच्चों के साथ घुल-मिल कर रहें। उन्हें दोस्त बनाएं और उनके साथ खेलें। पढ़ाई का टाइम टेबल बनाकर उन्हें पढ़ाएं। उन्हें अधिक से अधिक बिजी रखें। उन्हें नई किताबें पढ़ने के लिए दें।

डॉ। प्रशांत शुक्ल, मनोरोग विशेषज्ञ

बच्चों को गर्मियों में लिक्विड फूड अधिक देना चाहिए। उन्हें मौसमी फल खाने में दें। बच्चों की डाइट में दूध, दही को जरूर शामिल करें। सुबह के समय बच्चों के साथ पेरेंट्स योगा और एक्सरसाइज करें।

डॉ। जया पांडे, बाल रोग चिकित्सक