- मुख्यमंत्री के कड़े निर्देश के बाद संवेदनशील जिलों में बढ़ाई गई सतर्कता
- नामांकन के दौरान हुई ¨हसा में 16 मुकदमे, 25 आरोपित गिरफ्तार
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LUCKNOW: ब्लाक प्रमुख के नामांकन के दौरान हुई ¨हसा को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कड़ी नाराजगी के बाद पुलिस अब हर जिले में अतिरिक्त सतर्कता बरत रही है। चुनाव में पहले जिला पुलिस के साथ 117 कंपनी पीएसी मुस्तैद की गई थी। कई जिलों में ¨हसा के बाद 28 कंपनी पीएसी और तैनात की जा रही है।
संवेदनशील इलाकों में कड़ा पहरा
शनिवार को मतदान के दौरान खासकर 44 संवेदनशील जिलों में कड़ा पहरा होगा। डीजीपी मुख्यालय स्तर से लखीमपुर, सीतापुर, फतेहपुर, झांसी व आजमगढ़ समेत कुछ अन्य जिलों में एक-एक कंपनी अतिरिक्त पीएसी भेजी गई है। डीजीपी मुकुल गोयल ने जोन व रेंज के अधिकारियों को मतदान केंद्रों पर बेहद कड़े सुरक्षा प्रबंध कराने के साथ ही उपद्रवी तत्वों से सख्ती से निपटे जाने का निर्देश दिया है। राज्य निर्वाचन आयोग ने भी जिला प्रशासन व पुलिस अधिकारियों को चुनाव की संवेदनशीलता के दृष्टिगत निष्पक्ष, पारदर्शी व शांतिपूर्ण मतदान व मतगणना पूरी कराने का निर्देश दिया है।
24 चुनाव संबंधी आपराधिक घटनाएं हुई
डीजीपी मुख्यालय स्तर से शुक्रवार को मतदान केंद्रों की सुरक्षा-व्यवस्था की समीक्षा भी की गई। एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि गुरुवार को ब्लाक प्रमुख के 825 पदों के लिए नामांकन के दौरान 22 जिलों में 24 चुनाव संबंधी आपराधिक घटनाएं हुई। इनमें 16 मामलों में एफआईआर दर्ज कर 25 आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। नौ प्रकरणों में अभी पुलिस को तहरीर नहीं मिली है। उन्होंने बताया कि 16 मुकदमों में 115 आरोपित नामजद हैं, जबकि 1730 अज्ञात लोगों की भूमिका भी जांची जा रही है। एडीजी का कहना है कि सभी जिलों में मतदान केंद्रों व उसके आसपास कड़े सुरक्षा प्रबंध सुनिश्चित कराए गए हैं। ड्रोन कैमरों के जरिये भी सभी जगह गड़बड़ी करने वाले तत्वों पर कड़ी नजर रखी जाएगी। एडीजी का कहना है कि कहीं भी किसी को विजय जुलूस निकालने की अनुमति नहीं होगी। मतदान केंद्रों में कड़ी चे¨कग कराए जाने के साथ ही पर्याप्त संख्या में महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती का निर्देश भी दिया गया है।
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अन्य लापरवाह पुलिसकर्मियों पर होगी कार्रवाई
मुख्यमंत्री की नाराजगी के बाद लखीमपुर में सीओ समेत छह पुलिसकर्मियों के निलंबन के साथ अब अन्य जिलों में भी ड्यूटी में शिथिलता बरतने वालों पर कार्रवाई हो सकती है। एडीजी कानून-व्यवस्था का कहना है कि जहां ¨हसा की घटनाएं हुई हैं, वहां पुलिस अधिकारियों व कर्मियों का उत्तरदायित्व निर्धारित किए जाने के निर्देश दिए गए हैं। जो भी पुलिसकर्मी ड्यूटी में लापरवाही के दोषी पाए जाएंगे, उनके विरुद्ध कार्रवाई होगी।