लखनऊ (ब्यूरो)। एक तरफ जहां बिजली दरों में कोई बढ़ोत्तरी न करके सभी उपभोक्ताओं को बड़ी राहत दी गई है, वहीं दूसरी तरफ अब निजी संस्थाओं से संबंधित उपभोक्ताओं (कॉमर्शियल) के लिए भी खुशखबर आई है। यूपीपीसीएल (उप्र पावर कारपोरेशन लि.) की ओर से किए गए ट्वीट से साफ है कि कॉमर्शियल उपभोक्ताओं को फिक्स व एनर्जी चार्जेस में बड़ी राहत दी गई है। दोनों तरह के चार्जेस कम होने से बड़े उपभोक्ताओं की जेब पर पडऩे वाला बोझ काफी हद तक कम हो जाएगा।
इनके फिक्स चार्ज में कमी
तीन किलोवाट से अधिक भार वाले उपभोक्ताओं के फिक्स चार्ज में 50 रुपये प्रति किलोवाट की राहत दी गई है। पहले इन उपभोक्ताओं पर 400 रुपये प्रति किलोवाट का फिक्स चार्ज लगता था, लेकिन अब 350 रुपये ही प्रति किलोवाट के हिसाब से फिक्स चार्ज देना होगा। एक साथ 50 रुपये कम होने से लाखों कॉमर्शियल उपभोक्ताओं को बड़ी राहत मिलेगी।
इनका एनर्जी चार्ज हुआ कम
अब अगर उन उपभोक्ताओं की बात की जाए, जिनकी हर माह औसतन बिजली खपत एक हजार यूनिट से अधिक है, तो उन्हें भी बड़ी राहत दी गई है। पहले जहां इन उपभोक्ताओं पर 9.30 रुपये प्रति यूनिट के हिसाब से एनर्जी चार्ज लगता था, वहीं अब 9 रुपये के हिसाब से एनर्जी चार्ज जोड़ा जाएगा। कुल मिलाकर 0.30 पैसे की राहत दी गई है। इस कदम से बड़े व्यापारियों और उद्यमियों को राहत जरूर मिलेगी।
दरों में पहले से ही राहत
नियामक आयोग की ओर से हाल में ही जारी किए गए टैरिफ में किसी भी स्लैब में कोई बढ़ोत्तरी नहीं की है। जबकि पूरी संभावना जताई जा रही थी कि स्लैब वृद्धि हो सकती है, लेकिन उपभोक्ता परिषद के प्रयासों से दरों में कोई वृद्धि नहीं हुई।
शहरी घरेलू उपभोक्ताओं के लिए नई बिजली दरें
-150 यूनिट तक 5.50 रुपये प्रति यूनिट
-151 से 300 यूनिट तक 6.00 रुपये प्रति यूनिट
-300 से ज्यादा यूनिट पर 6.50 रुपये प्रति यूनिट
नोट-शहरी घरेलू बीपीएल उपभोक्ताओं के लिए 100 यूनिट तक 3 रुपये यूनिट से मिलेगी बिजली।
बिजली बिल पर पड़ेगा असर
फिक्स चार्ज और एनर्जी चार्ज कम होने से बड़े उपभोक्ताओं के बिल में राहत जरूर नजर आएगी। दरअसल, जो बिजली बिल जारी किया जाता है, उसमें दोनों तरह के चार्ज लगे होते हैैं। दोनों चार्जेस और बिजली खपत के आधार पर बिल की गणना की जाती है और उसी के आधार पर उपभोक्ता को बिजली बिल जमा करना होता है।
इन्हें भी मिली राहत
2500 यूनिट से अधिक खपत वाले उपभोक्ताओं के एनर्जी चार्ज में भी कमी की गई है। पहले इन उपभोक्ताओं से 8.68 रुपये प्रति यूनिट एनर्जी चार्ज लिया जाता था, लेकिन अब 8.32 रुपये प्रति यूनिट चार्ज लिया जाएगा। मतलब 0.36 रुपये प्रति यूनिट की राहत दी गई है। इसी तरह 11 केवी से अधिक वोल्टेज से पोषित उपभोक्ताओं के भी एनर्जी चार्जेस में कमी की गई है। पहले इन उपभोक्ताओं से 8.48 रुपये प्रति यूनिट चार्ज लिया जाता था, लेकिन अब 8.12 प्रति यूनिट चार्ज लिया जाएगा। मतलब 0.36 रु। प्रति यूनिट की राहत दी गई है।