लखनऊ (ब्यूरो)। बसंत पंचमी का पर्व माघ शुक्ल पंचमी को मनाया जाता है। इस वर्ष माघ शुक्ल पंचमी बुधवार को शाम 5:40 तक है। इस बार रेवती नक्षत्र व शुभ नामक योग मिल रहा है। इस बार की बसंत पंचमी सर्वमंगलकारी है। यह जानकारी ज्योतिषाचार्य पं। राकेश पांडेय ने दी।
शुभ मुर्हूत में करें पूजन
बसंत पंचमी के अवसर पर सरस्वती पूजन का सर्वोत्तम मुहूर्त 11:13 से 1:10 तक है। यह पर्व वास्तव में ऋतुराज बसंत की अगवानी की सूचना देता है। इस दिन से ही होली तथा धमारगीत प्रारंभ किये जाते है। साथ ही गेहूं तथा जौ की स्वर्णिम बाली भगवान को अर्पित की जाती हैं। भगवान विष्णु तथा सरस्वती के पूजन का विशेष महत्व है। जो व्यक्ति मां सरस्वती की पूजा निष्ठा पूर्वक करता है, उसे बुद्धि विद्या की प्राप्ति होती है।
विभिन्न राशियों पर वसंतोत्सव का असर
मेष-व्यापार में वृद्धि व धन लाभ
वृष-रोग से भय भगवान शिव की उपासना से लाभ
मिथुन-धनप्राप्ति व्यापार में वृद्धि परंतु स्वास्थ के प्रति सावधान रहें
कर्क-शत्रु से भय भगवती की उपासना करें, सफेद वस्तुएं दान करने से लाभ
सिंह-आकस्मिक धन लाभ रुके हुए कार्य संपन्न होंगे, परंतु किसी को धन सोच समझकर दें
कन्या-व्यापार में वृद्धि परंतु मानसिक कष्ट हो सकते है। श्रीगणेश जी को दूर्वा अर्पित करें
तुला-अपव्य परंतु भगवान शिव के आराधना से कार्यों में सफलता प्राप्ति
वृश्चिक-निरर्थक भागदौड़ परंतु हनुमान जी की आराधना करें, लाल वस्तुएं दान करें समस्याएं दूर होंगी
धनु-अचानक धन लाभ, व्यापार में वृद्धि
मकर-रोग की बाहुल्यता परंतु हनुमान जी आराधना करने से लाभ
कुंभ-कार्यों में वृद्धि व धन लाभ
मीन-मानसिक कष्ट परंतु पीले वस्तुओं के दान के पश्चात लाभ संभव