- अभ्यर्थियों को केंद्र पर एक घंटे पहले अनिवार्य रूप से करना होगा रिपोर्ट
- फर्जी परीक्षार्थियों को दबोचने के लिए बनाया गया मास्टर प्लान
फैक्ट फाइल
- 14 नोडल सेंटर प्रदेश में बनाए गए।
- 04 उप नोडल सेंटर भी बने
- 73 जिलों में आयोजित हो रही परीक्षा
- 1089 एग्जाम सेंटर पूरे प्रदेश में बनाए गए
- 4 लाख 31904 हजार परीक्षार्थी होंगे शामिल
LUCKNOW: कोरोना संकट के दौर में संक्रमण के डर के बीच आज बीएड की संयुक्त प्रवेश परीक्षा 2020 आयोजित हो रही है। लखनऊ विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित की जा रही इस परीक्षा में दावा किया गया है कि कोरोना को देखते हुए अभ्यर्थियों/ कक्ष निरीक्षकों/ नोडल अधिकारियों की सुरक्षा के सभी प्रोटोकॉल एवं निर्देशों का सख्ती से पालन कराया जा रहा है। हालांकि, यह एलयू के साथ-साथ प्रशासन के लिये भी किसी परीक्षा और चुनौती से कम नहीं साबित होने वाली। परीक्षा दो पालियों में होगी। पहली पाली सुबह 9 बजे से 12 बजे तक व दूसरी पाली दोपहर दो बजे से पांच बजे तक होगी। सभी अभ्यर्थियों को कम से कम एक घंटा पहले केंद्र पर रिपोर्ट करना अनिवार्य किया गया है।
गड़बड़ी रोकने को बनाया गया मास्टर प्लान
बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा 2020 की राज्य समन्वयक प्रो। अमिता बाजपेई ने बताया कि ने बताया कि सभी केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे की व्यवस्था की गई है। एलयू में बने कंट्रोल रूम में मॉनीट¨रग की जाएगी। एलयू प्रशासन का दावा है कि पूरे प्रदेश के अभ्यर्थियों की सुविधा को देखते हुए उनके निकटतम जिले को चयनित करने की सुविधा दी गई थी। परीक्षार्थियों की सुविधा के लिए आठ व नौ अगस्त को सभी पब्लिक ट्रांसपोर्ट, टेंपो, टैक्सी, प्राइवेट व सरकारी बसें सुचारु रूप से चलेंगी। बीएड प्रवेश परीक्षा के लखनऊ नोडल प्रभारी प्रो। ध्रुव सेन सिंह ने बताया कि बगैर मास्क के किसी भी परीक्षार्थी को परीक्षा केंद्र में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी।
फेस डिटेक्टर से पकड़े जाएंगे फर्जी परीक्षार्थी
कोरोना संक्रमण के खौफ से शिक्षक संगठन एक तरफ परीक्षा का विरोध कर रहा है। दूसरी ओर एलयू प्रशासन परीक्षा बेहतर तकनीकी से कराने में जुटा है। परीक्षा में फर्जी परीक्षार्थियों को रोकने के लिए प्रशासन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) तकनीक का इस्तेमाल किए जाने का दावा भी किया गया। विवि प्रशासन का दावा है कि सभी परीक्षा केंद्रों पर एआई आधारित फेस डिटेक्शन सिस्टम लगवाए जाएंगे। इससे कोई फर्जी परीक्षार्थी अंदर नहीं जा पाएगा। एआई तकनीक अभ्यर्थी के चेहरे की कुल 27 जगहों की सूचनाओं को एकत्र करके उसको डिजिटल डाटा में बदलेगी, फिर फोर डाइमेंशन में चेहरे की जांच करेगी। इसमें अभ्यर्थी की आयु, बाल, चश्मा, ¨लग आदि के जरिए उसका मिलान किया जाएगा। परीक्षा में न सिर्फ परीक्षार्थियों, बल्कि कक्ष निरीक्षकों और नोडल अधिकारियों की उपस्थिति पर भी नजर रहेगी। क्योंकि संक्रमण के खतरे को देखते हुए तरह-तरह की अटकलें भी लगाई जा रही हैं। ऐसे में देखना होगा की इनकी उपस्थिति क्या रहेगी।
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200 मीटर के दायरे में धारा 144
राजधानी लखनऊ में आयोजित होने वाली बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा को लेकर पुलिस कमिश्नरेट भी खासा सतर्क है। ज्वाइंट कमिश्नर लॉ एंड ऑर्डर नवीन अरोड़ा ने बताया कि राजधानी के सभी परीक्षा केंद्रों के 200 मीटर के दायरे में धारा 144 लागू की जाएगी। इसके तहत परीक्षा केंद्रों के आसपास लोग झुंड बनाकर इकट्ठा नहीं हो सकेंगे। साथ ही इस दायरे में लाउडस्पीकर के इस्तेमाल पर रोक रहेगी। इसके साथ ही परीक्षा केंद्र में मोबाइल फोन व अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स ले जाना पूरी तरह प्रतिबंधित होगा।
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तलाशी लेने वाले पहनेंगे पीपीई किट
डीएम अभिषेक प्रकाश ने बताया कि परीक्षा के दौरान केंद्रों पर कोविड प्रोटोकॉल का पूरी तरह पालन कराया जाएगा। इन केंद्रों पर गेट पर परीक्षार्थियों की तलाशी लेने वाले शिक्षकों को पीपीई किट पहनना अनिवार्य होगा। परीक्षार्थियों को हाथ सेनेटाइज करने के बाद ही केंद्र में प्रवेश दिया जाएगा। परीक्षा कक्ष में एग्जामिनर्स व सभी परीक्षार्थियों को मास्क पहनना अनिवार्य होगा।